नई दिल्ली. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के प्रमुखों की सोमवार को बैठक हुई। इसमें एनआईए के आईजी आलोक मित्तल ने बताया कि देशभर में अब तक आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े 127 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें सबसे ज्यादा तमिलनाडु से 33, उत्तरप्रदेश से 19, केरल से 17 और तेलंगाना से 14 लोग शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी भी बैठक में शामिल हुए
इस बैठक में गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, एनआईए के डीजी वाईसी मोदी और पूर्व आईबी स्पेशल डायरेक्टर और नगालैंड के राज्यपाल आरएन रवि मौजूद रहे।
डोभाल ने कहा, ‘‘टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान पर दबाव बनाया है। किसी और कार्रवाई से शायद ही ऐसा संभव हो पाता।”
डोभाल ने कहा, ‘‘यदि कोई देश अपराधी को समर्थन देता है तो ये बहुत बड़ी चुनौती बन जाती है। कुछ देश हैं, जिन्हें इसमें महारथ हासिल है। हमारे मामले में पाकिस्तान ने भी अपनी पॉलिसी कुछ ऐसी ही बना रखी है। पाकिस्तान में आतंकियों को हथियार और पनाह समेत हर तरह का समर्थन मिल रहा है।”
एनएसए ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि आतंकवादियों को बाहर से मदद मिलती है। हमें अपनी जांच को और बेहतर बनाना होगा। एनआईए ने कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ जबरदस्त काम किया है।”
पकड़े गए लोग जाकिर नाइक के वीडियो सुनते थे: एनआईए
एनआईए के आईजी मित्तल ने कहा, ‘‘गिरफ्तार आरोपियों में से ज्यादातर ने माना कि वे जाकिर नाइक और अन्य इस्लामिक धर्मगुरुओं की वीडियो सुनते थे। इसी से प्रेरित होकर वे इस तरह की गलत गतिविधियों में शामिल हुए। आरोपियों के कबूलनामे के बाद हमने जाकिर और उसकी संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।’’
मित्तल ने कहा, ‘‘टेरर फंडिग के मुख्य मामले में जम्मू-कश्मीर के प्रतिबंधित संगठनों के प्रमुख और शीर्ष अलगाववादी नेताओं के खिलाफ चार्जशीट दायर कर गिरफ्तार किया गया। उनमें से किसी को भी जमानत नहीं मिली है। इन सबकी फंडिंग हवाला के जरिए पाकिस्तानी उच्चायोग करता था।’’
एनआईए के डीजी वाईसी मोदी ने कहा, ‘‘हमने नोटिस किया है कि जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश ने अपनी गतिविधियां बिहार, महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में बढ़ाई हैं। 125 संदिग्धों के नाम संबंधित एजेंसियों को भेजे गए हैं।’’