15 लाख से होगा ससहा मेला मंच नवनीकरण, विधायक ने 10 और संसद से 5 लाख की घोषणा, मेला का समापन

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Johar36garh (Web Desk)| छत्तीसगढ़ के जांजगीर और बिलासपुर जिले के मुहाने लीलागर नदी के किनारे बर्षों से लगने वाले ससहा मेला का शुक्रवार 13 मार्च को समापन हुआ, इस समापन कार्यक्रम के दौरान मस्तूरी विधायक कृष्ण्मूर्ती बाँधी ने सासंद निधि से मेला मंच के नवनीकरण के लिए 5 लाख की राशि दिलाने की घोषणा की, इसी दौरान पामगढ़ विधायक श्रीमती इन्दु बंजारे ने भी 10 लाख की राशि देने की घोषणा की है | इस प्रकार 15 लाख की राशि से आने वाले समय में भब्य मंच का निर्माण किया जाएगा|  जिससे अतिथियों को सुविधा होगी |जिससे अतिथियों और मेला समिति को सुविधा होगी | 
समापन समारोह के अतिथि पामगढ़ विधायक श्रीमती इन्दु बंजारे ने उपस्थित जनसमूह को नशे से दूर रहने का आह्वान किया| साथ ही सामाजिक एकता बनाए रखने पर जोर दिया | मस्तूरी विधायक कृष्ण्मूर्ति बाँधी ने राजनीति दलों में रहकर समाज को अधिक से अधिक लाभ दिलवाने की सोच बताई, उन्होंने कहा की हम की किसी भी पार्टी में रहे लेकिन हमारा लक्ष्य अधिक से अधिक समाज को लाभ दिलाने का होना चाहिए | जनपद पंचायत पामगढ़ के अध्यक्ष राजकुमार पटेल ने सतनाम पंथ पर प्रकाश डालते हुए कहा की जो ब्यक्ति सत की रह पर चलता है, मानव धर्म का पालन करता है वह सतनामी है, उन्होंने लोगो को बताया बताया की सतनाम पंथ में बहुत सरे जाति धर्म को लोग शामिल हुए है और सत्य के मार्ग पर चल रहे है | सतनामी समाज पामगढ़ के अध्यक्ष विभीषण पात्रे ने बाबा गुरु घासीदास जी के वचनों को याद दिलाते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का अनुरोध किया|  इसके अलावा कार्यक्रम को जिला पंचायत सदस्य श्रीमती शिव कुमारी रात्रे, धरम भारद्वाज, जनपद सदस्य श्रीराम पप्पू बघेल, पूर्व विधायक दूजराम बौद्ध, गोरेलाल बर्मन सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि उपस्थित थे | कार्यक्रम का संचालन सुखराम मधुकर ने किया | 
आपको बता दे की पूर्व में अविभाजित बिलासपुर जिले के समय यह क्षेत्र अंतिम छोर में था, इस तरफ सभी प्रकार के संसाधन नहीं के रूप में होता था, क्षेत्र वनों से घिरा होता था तब से ससहा मेला का आयोजन होता आ रहा है| मेला मुख्यरूप से बाबा गुरु घासीदास जी के याद में मनाया जाता है | मेला के समापन अवसर पर यहाँ स्थित जैतखाम पर पालो चढ़ाया जाता है | इस दौरान क्षेत्र के कलाकार अपनी प्रस्तुति देते हुए सतनाम के उपदेशों को गीत-संगीत व नृत्य के माध्यम से लोगों को जागृत करने का प्रयास करते हैं | 
पूर्व में ससहा मेला ही आस-पास के लोगों के मनोरंजन और खरीदी करने का एक मात्र स्थान हुआ करता था| लोग एक साल से इस दिन का इंतजार करते थे | मेला शुरू होने पर सपरिवार यहाँ पहुंचते थे और दूर से आने वाले लोग कई कई दिनों तक यहाँ रूककर मेले का लुप्त उठते थे |  मेले में सिनेमा हाल, विभिन्न प्रकार के झूले, मौत कुआँ, जादूगर , होटल के साथ साथ दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाली सभी वस्तुएँ यहाँ पर उपलब्ध रहती है |
मेले में निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन शिवम हॉस्पिटल पामगढ़, बर्न एवं ट्रामा हॉस्पिटल बिलासपुर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया इसमें विभिन्न प्रकार के मरीजों को निशुल्क चिकित्सा सेवा, दवाई वितरण कर सेवा प्रदान किया गया|