अम्बिकापुर(एजेन्सी)। बलरामपुर जिले के राजपुर व रघुनाथनगर वन परिक्षेत्र में दो हाथियों का शव मिलने से वन अमले में खलबली मची हुई है। दोनों स्थानों के लिए अलग -अलग टीमें रवाना हो चुकी है। हाथियों की मौत की वजह स्पष्ट नही हो पायी है। राजपुर वन परिक्षेत्र के गोपालपुर जंगल में दंतैल हाथी का शव मिला है। वहीं रघुनाथनगर वन क्षेत्र में भी एक हाथी मृत हालत में मिला है। रघुनाथनगर क्षेत्र के लिए डीएफओ प्रणव मिश्रा टीम के साथ रवाना हुए हैं।
क्षेत्र में हाथी का विचरण लगातार होने से जहां ग्रामीणों में दहशत है। वहीं हाथियों की लाश मिलने से खलबली मची हुई है। जंगली हाथी के हमले से ग्रामीणों की मौत की घटनाएं क्षेत्र में सामान्य हो गई है। एक साथ दो हाथियों की लाश मिलने से आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा हाथी को मौत के घाट उतारे जाने की आशंका जाहिर की जा रही है।
सरगुजा के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है कि अनुदान वाली दो कृषि योजनाओं में उन्हें सिर्फ दस प्रतिशत अंशदान ही करना होगा। शासन स्तर से पहले से ही 70 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है और 20 प्रतिशत अनुदान की राशि डीएमएफ से प्रदान कर दी जाएगी। लागत का नब्बे प्रतिशत छूट मिल जाने के कारण किसानों को सिर्फ दस प्रतिशत अनुदान देना होगा। यह व्यवस्था ड्रिप इरिगेशन और स्प्रिंकलर में की गई है।
सरगुजा जिले में पहली बार डीएमएफ से निर्माण कार्यों के बजाय पूर्व से संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन, शिक्षा ,स्वास्थ्य ,पोषण व सिंचाई व्यवस्था में सुधार के लिए प्रस्ताव पारित किए गए हैं । शासन स्तर से आदेशित किया गया है कि डीएमएफ की राशि का उपयोग किसानों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने में भी की जानी चाहिए ।
जब डीएमएफ के शासी निकाय की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा गया तो प्रभारी मंत्री डॉक्टर शिव कुमार डहरिया ने किसानों के हित में इसे तुरंत मंजूरी प्रदान कर दी। इसका लाभ नए वित्तीय वर्ष से किसानों को मिलना शुरू हो जाएगा ।