नौकरी दिलाने के नाम पर 2 दर्जन बेरोजगारों से 20 लाख की ठगी

Johar36garh(Web Desk)| छत्तीसगढ़ में रेलवे के आपदा विभाग में नौकरी लगाने का झांसा देकर बेरोजगारों से ठगी करने वाले बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने करीब 2 दर्जन बेरोजगारों से 20 लाख रुपए की ठगी की है. आरोपी का नाम विशेश्वर लाल देवांगन बताया जा रहा है. आरोपी के खिलाफ मौदहापारा थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया था. पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी.
पुलिस विभाग ने प्रेस रिलीज के जरिये मामले का विस्तृत विवरण इस प्रकार दिया है…प्रार्थी पंचराम रजक ने थाना मौदहापारा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह ग्राम जंगलेश्वर तह. एवं जिला राजनांदगांव छ.ग.का निवासी है। आॅनलाईन विज्ञापन के द्वारा रेल्वे विभाग की नौकरी निकाली गयी थी जिसमें रेल्वे विभाग के रेल्वे (आपदा) का वेबसाईट दिया गया था. वेबसाईट के द्वारा आवेदन पत्र मंगाया गये थे जिसमें प्रार्थी के पुत्र द्वारा आवेदन पत्र भरा गया था। आवेदन पत्र के बाद वेबसाईड लिंक में कुछ दिनों बाद परीक्षा की बात कहीं गयी जिसमें परीक्षा आनलाईन कहीं से भी देने की सुविधा बतायी गयी थी परीक्षा के एक माह बाद लगभग रेल्वे साईड से इंटरव्यू का दिनांक पता चला जो कि 5 दिसंबर 2018 से 09 दिसंबर 2018 तक था इंटरब्यू के लिये प्रार्थी तथा उसका पुत्र रायपुर के कृष्णा काम्पलेक्स जो कि रायपुर के घड़ी चैक के पास न्यायालय के सामने स्थित है वहां बुलाया गया। इंटरब्यू के लिये इंटरब्यू के दिन वहा लगभग 300 से ज्यादा उम्मीदवार उपस्थित थे इंटरब्यू के पश्चात् वहां जो अधिकारी थे उनमें से एक अधिकारी के द्वारा कहा गया कि नौकरी के लिये इंटरब्यू ही काफी नही है, आप लोग बहुत मेहनत से यहां तक पहुंचे है परंतु बिना रकम के नौकरी की फाईनल लिस्ट संभव नही है एवं पैसे की बात कही गयी कुल रकम 3,00,000 डिमांड किया गया जिसमें से इंटरब्यू वाले दिन ही 1,50,000 रूपये नगद तथा बाद में खाते पर 1,50,000 रूपये रकम की मांग की गयी जिस व्यक्ति से प्रार्थी एवं उसके पुत्र की बात हो रही थी वह वहां का अधिकारी है बताया जा रहा था तथा उसका नाम नरेन्द्र देवांगन बताया गया था उसके साथ और भी अधिकारी साथ में थे। जिनका नाम संभवतः रितेश था प्रार्थी द्वारा 07 दिसंबर 2018 को 1,50,000 रूपये नगद कृष्णा काम्पलेक्स आफिस में नरेन्द्र देवागंन को दिया तथा 1,50,000 रूपये की रकम उनके खाते जो कि यश बैंक में है जिसका खाता क्रमांक 052750700001166 जो कि विसेसर लाल देवागंन नाम से था, में प्रार्थी द्वारा 1,50,000 रूपये जमा किया गया तथा प्रार्थी को 15 दिन इंतजार करने को कहा गया एवं बताया गया कि ज्वाइनिंग लेटर दिल्ली से आयेगा कुछ दिन आगे पीछे हो सकता है। कुछ दिनों बाद प्रार्थी द्वारा नरेन्द्र देवांगन के मोबाईल पर संपर्क करने नौकरी के संबंध में पूछने पर वह गोल मोल जवाब देता था तथा कुछ दिनों बाद नरेन्द्र देवांगन अपने मोबाईल नंबर को बंद कर दिया गया। नरेन्द्र देवांगन से संपर्क नहीं होने पर प्रार्थी ने खाता के अधार पर पता करने की कोशिश भी की किंतु बिलासपुर में उनका घर जहां बताया गया है बैंक एकाउंट के आधार पर गया बिहार नूतन चैक बिलासपुर वहां कोई घर नहीं मिला। नरेन्द्र देवांगन ने नौकरी के नाम पर प्रार्थी सहित 08 और उम्मीद्वारों से रकम लेकर नौकरी न लगाकर वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में थाना मौदहापारा की टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी सहित अन्य लोगों से विस्तृत पूछताछ किया गया। आरोपियों के खाते के संबंध में बैंक से जानकारी प्राप्त किया गया एवं आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण भी किया गया। चूंकि आरोपियान घटना के बाद से लगातार फरार चल रहे थे एवं बार – बार अपना लोकेशन बदल रहे थे। टीम द्वारा आरोपियों की पतासाजी लगातार जारी रखते हुये उनके छिपने के हर संभावित स्थानों में लगातार रेड कार्यवाही करते हुये अंततः आरोपी विसेसर लाल देवांगन को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। पूछताछ मंे आरोपी विसेसर लाल देवांगन द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर बेरोजगार युवकों को अपने झांसे में लेकर उनसे नगदी रकम लेना स्वीकार करने के साथ ही यह भी बताया गया कि अब तक लगभग 02 दर्जन बेरोजगार लोगों को अपना शिकार बना चुके है। आरोपी के कब्जे से 02 नग एटीएम कार्ड, 02 नग पासबुक एवं 01 नग मोबाईल फोन जप्त किया गया है। आरोपी विसेसर लाल देवांगन से अन्य आरोपियों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है एवं शेष आरोपियों की गिरफ्तारी भी शीघ्र कर लिया जायेगा। 

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