JJohar36garh News|अंबिकापुर में 372 स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल एग्जाम में अब्सेंट मानकर उन्हें फेल कर दिया गया है। ये सभी स्टूडेंट्स एक दिन पहले सोमवार को हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल थे। स्टूडेंट स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने का विरोध कर रहे थे। स्टूडेंट का कहना था कि यहां इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलकर हिंदी मीडियम को बंद कर दिया जाएगा तो हम कहां जाएंगे। ये कहकर सैंकड़ों बच्चों ने अंबिकापुर रायगढ़ हाइवे जाम कर दिया था। चक्काजाम में शामिल इन स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
जिला प्रशासन ने इस पूरी कार्रवाई को लेकर कहा है कि बतौली विकासखण्ड के बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय के स्टूडेंट, कुछ स्थानीय लोगों के साथ नेशनल हाइवे पर चक्काजाम में शामिल थे। ये बच्चे कक्षा 10वीं और 12वीं के थे और प्रायोगिक परीक्षा को छोड़कर अनुशासन भंग कर रहे थे। अब जिला शिक्षा अधिकारी ने 372 विद्यार्थियों को प्रायोगिक परीक्षाओं में अनुपस्थित होने की वजह से कहा है कि इन्हें इस साल के प्रैक्टिकल एग्जाम में अनुत्तीर्ण माना जाएगा। कक्षा 10वीं के 169 एवं कक्षा 12वीं इतिहास अर्थशास्त्र, भौतिक शास्त्र एवं पशुपालन विषय में अध्ययनरत 203 विद्यार्थी चक्का जाम में शामिल रहे। जिन्हें विद्यालय के प्राचार्य द्वारा प्रोजेक्ट (प्रयोजना) एवं प्रायोगिक परीक्षाओं में अनुपस्थित किया गया।
कलेक्टर ने कहा चलता रहेगा हिंदी मीडियम स्कूल
सोमवार सुबह अंबिकापुर से 30 किलोमीटर दूर शांतिपारा में करीब एक छात्र-छात्राएं शांतिपारा में ही चौक के पास आकर सड़क पर बैठ गए। 10 बजे से इनके स्कूल खुलने का समय होता है। मगर ये स्कूल जाने की बजाए सीधे रोड पर ही आकर बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। धीरे-धीरे प्रदर्शन में इन बच्चों के परिजन भी शामिल हो गए थे।
बैनर पोस्टर लिए बच्चों ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दी थी। मंगलवार को भी बड़ी तादाद में स्टूडेंट ने ऐसा ही बवाल किया। बताया जा रहा है कि स्टूडेंट्स के भड़काने में कुछ स्थानीय भाजपा नेताओं का हाथ था, अब इन स्टूडेंट्स पर एक्शन लिया गया है। हालांकि इस पूरे बवाल पर कलेक्टर संजीव झा ने कहा है कि हिंदी माध्यम स्कूल वहीं पहले की तरह चलता रहेगा। अंग्रेजी स्कूल को कहीं और लगाया जाएगा।