Thursday, September 19, 2024
spot_img

‘महा’ चक्रवात ढाएगा कहर, 6 की रात टकराएगा द्वारका- वेरावल तट से

गुजरात में ‘महा’ चक्रवात का संकट बरकरार है और यह राज्य पर कहर बरपा सकता है। अब तक ओमान की तरफ बढ़ रहे इस चक्रवात ने एक बार फिर दिशा बदल ली है। वह अब गुजरात की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। माना जा रहा है कि महा चक्रवात 6 नवंबर की रात द्वारका- वेरावल के तटीय क्षेत्रों से टकाएगा। जब यह गुजरात के तट से टकराएगा तब 110 से 120 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने मच्छुआरों क समुद्र मे न जाने की सलाह दी है। गुजरात सरकार ने भी महाचक्रवात से निपटने के लिए कमर कस ली है। गुजरात सरकार ने सौराष्ट्र-दक्षिण गुजरात में एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया है । अधिकारियों को हेडक्वाटर नहीं छोड़ने की सूचना दी गई है।

मौसम विभाग के निदेशक जयंता सरकार ने सोमवार को बताया कि महा चक्रवात का खतरा गुजरात से अभी टला नहीं है। महा चक्रवात ने दिशा बदल ली है। गुजरात के लिए अगले 24 घंटे निर्णायक रहेंगे।
महाचक्रवात अभी वेरावल से 590 किलोमीटर दूर व दिव के पश्चिम- दक्षिण पश्चिमी से 630 किलोमीटर दूर है। मंगलवार पांच नंवम्बर को महाचक्रवात कमजोर होने लगेगा। वह 6 नंवम्बर की रात दव और वेरावल, द्वारका के तटीय क्षेत्र से 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे तेजी से आगे बढ़ेगा। जिसके कारण गुजरात में भारी से अति बारिश होने की संभावना है। प्रदेश के तमाम बंदरगाहों पर दो नंबर का सिग्नल लगा दिया गया है और मच्छुआरों को समुद्र मे न जाने की सलाह दी गई है।
महा चक्रवात का असर केवल गुजरात नहीं बल्कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों पर भी दिखाई दे सकता है। चक्रवात के पहले इन राज्यों में बारिश भी हुई है और कुछ राज्यों में तो ओले भी गिरे हैं। इसे देखते हुए राज्यों ने अलर्ट भी जारी किए हैं।
गुजरात के मुख्य सचिव जगदीप नारायण सिंह ने बताया कि गुजरात सरकार महा चक्रवात से निपटने के लिए तैयार है। प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। प्रभावित इलाको में एनडीआरएफ की 15 टीमों को तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली और भटिंडा से 10 एनडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया है।

उन्होंने कहा कि महा चक्रवात के मद्देनजर तमाम अधिकारियों को छुट्टी रद्द कर दी है। उन्हे हेडक्वाटर्स न छोड़ने की सूचना दे दी गई है। बंदरगाहों पर दो नंबर का सिग्लन लगा दिया गया है और मच्छुआरों को समुद्र मे न जाने की सलाह दी गई है। इसके बाद भी मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ने जाते है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र व दक्षिण गुजरात में पहले से ही एनडीआरएफ की 15 टीमों को तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली व भटिंडा की 10 टीमों को बुलाया गया है। इन टीमों को राजकोट व वडोदरा में तैनात किया जायेगा।
गुजरात में महाचक्रवात महा मुसबित बन गया है। गुजरात प्रदेश कांग्रेस ने भी इस मुसिबत से निपटने के लिए सरकार का साथ दे रही है। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने महा चक्रवात के कारण होने वाले नुकशान को देखते हुए विधायकों अलर्ट कर दिया है। उन्होंने कांग्रेस के तमाम विधायकों अपने विस्तारों में जनता को हर संभव मदद करने के आदेश दिये है।

इन जिलों में होगी भारी बारिश

जामनगर, मोरबी, अहमदाबाद , आणंद, डांग, तापी, सूरत ,भरुच, नर्मदा, वड़ोदरा, छोटाउदयपुर, वलसाड़, नवसारी, दमण, दादरनगर हवेली, सुरेन्द्रनगर, मोरबी, जामनगर, राजकोट, बोटाद, द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर , गिर सोमनाथ, दीव (naidunia)

Related Articles

- Advertisement -spot_img
- Advertisement -spot_img

Latest Articles