पिता केशव लाल विश्वकर्मा का कहना है। 28 सितंबर को कोरबा जाने के लिए घर से निकली संतोषी रहस्यमयी ढंग से लापता हो गई। पिता सुबह उसको बस में बिठाकर विदा किया फिर दुबारा बात नहीं हो सकी। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे उसे पास फोन आता है और संतोषी के अगवा होने की जानकारी दी जाती है और 15 लाख रुपयों के फिरौती की मांग की जाती है। पैसे नहीं देने और पुलिस से शिकायत करने पर संतोषी का सिर कलम कर घर भिजवाने की धमकी दी जाती है। बूढे हो चुके माता और पिता ने बांगो थाने में शिकायत की लेकिन पुलिस कार्रवाई करने के बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठी है। यही वजह है,कि माता पिता को कई किमी का सफर तय कर कोरबा जिला मुख्यालय स्थित एसपी के पास आना पड़ा। पिता का कहना है,कि वह एक गरीब किसान है और ज्यादा खेत भी नहीं है ऐसे में वो फिरौती की रकम कैसे देगा।
[metaslider id=153352]
मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि 28 वर्षीय युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. इसके बाद परिजनों के पास कुछ फोन कॉल्स आए, जिसमें बताया गया कि लड़की उनके पास है. इस पर बांगो थाना में आईपीसी की धारा 364 और 365 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है. एएसपी ने बताया कि इस मामले में फोन कॉल्स की डिटेल्स चेक की जा रही है, परिजनों का बयान भी लिया जा रहा है, वहीं आगे की कार्रवाई जारी है.