छत्तीसगढ़ की बेटी अदिति पहुंची बॉलीवुड, फिल्म “हमारे बारह” में निभाई मुख्य किरदार

0
139

छत्तीसगढ़ की बेटी को अब आप बॉलीवुड के पर्दे पर देख सकते हैं| हाल ही में महिला उत्थान व उनके सम्मान के साथ-साथ नारी जगत के हक एवं अधिकारों के लिए संघर्ष पर बनी फिल्म हमारे बारह में मुख्य किरदार के रूप में नजर आ रही है| उनके किरदार की हर कोई सराहना कर रह है| छत्तीसगढ़ के थियेटर में लगते ही फिल्म को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है|

 


इसे भी पढ़े :-इवेंट के दौरान एक्ट्रेस को दिया धक्का, भड़के फिल्ममेकर, देखें विडियो


इस फिल्म में मशहूर फिल्म अभिनेता अन्नू कपूर जी पिता की भूमिका में है। उनकी पुत्री (अल्फिया) का रोल अदिति भतपहरी ने बखूबी निभाई है, जिसे दर्शकों  की खूब तालियां मिल रही है।  अल्फिया फिल्म में अपनी मां व नारी जगत की सम्मान, रक्षा व जान को बचाने के लिए अपने तानाशाही पिता के खिलाफ अकेली कानूनी लड़ाई लड़ती है। इस दौरान उनको कई यातनाओं व तकलीफों का सामना करना पड़ता है मगर वे हार नहीं मानती।  फिल्म में मोड तब आता है जब काफी संघर्ष के बाद भी वह अपनी मां को नहीं बचा पाती। माता के निधन के बाद उनके तानाशाही पिता की आंख खुलती है और वह अपनी पुत्री अल्फिया की लड़ाई को सही व जायज मानते हुए स्वीकार करता है।

एक विशेष वर्ग के लिए बनी इस फिल्म में “हमारे बारह” को नकारते हुए तानाशाह पिता देशवासियों को “हम दो- हमारे दो ” का संदेश देता है। यह फिल्म नारी जगत के लिए शिक्षाप्रद है तथा “छोटा परिवार- सुखी परिवार” व जनसंख्या नियंत्रण तथा महिला सशक्तिकरण को सपोर्ट करता है। दर्शकों को एक बार इसे जरूर देखना चाहिए।  गौरतलब है की “बुक माई शो” के रेटिंग में 3500 लोगों ने मूवी को रेटिंग किया जिसमें 95 फ़ीसदी लोगों ने 10 में 10 रेटिंग किया है।


इसे भी पढ़े :-सोनाक्षी सिन्हा करने जा रही शादी, पिता शत्रुघ्न सिन्हा को मालूम ही नहीं, कॉमेडियन सुनील पाल ने ली चुटकी, देखें विडियो


 

अदिति भतपहरी ने हाल ही में न्यूज़ से बातचीत के दौरान बताए बातों जाने

फिल्म ‘हमारे बारह’ इन दिनों चर्चा में बनी हुई है। इस फिल्म में अन्नू कपूर, मनोज जोशी और परितोष त्रिपाठी जैसे कलाकार नजर आने वाले हैं। इस फिल्म से अदिति भटपहरी भी बॉलीवुड डेब्यू करने जा रही हैं। हाल ही में अदिति ने खास बातचीत की…

सबसे पहले अपनी पृष्ठभूमि के बारे में कुछ बताइए?

मैं रायपुर, छत्तीसगढ़ में पली-बढ़ी हूं। पढ़ने-लिखने में मैं शुरू से ही बहुत तेज़ थीं, और मैंने रायपुर के NIT से इंजीनियरिंग में B-tech. की डिग्री भी ली है। लेकिन बचपन से ही मेरे मन में सिर्फ एक ही सपना पल रहा था—फिल्म अभिनेत्री बनने का! स्कूल के समय से ही मेरी अभिनय में रुचि थी। पर मन ही मन मुझे ये सोच के हंसी भी आती थी कि रायपुर जैसे छोटे शहर में रहते हुए मैं मायानगरी मुंबई की फिल्मी दुनिया में अपने लिए कोई जगह कैसे बना पाऊंगी?

न तो मेरा कोई फिल्मी बैकग्राउंड था न ही मेरे परिवार का फिल्मी दुनिया से दूर-दूर तक का कोई नाता था। मेरे पापा सरकारी अधिकारी हैं और मेरी मम्मी का अपना बिजनेस हैं। मैं परिवार में सबसे बड़ी हूं और मेरे दो छोटे भाई भी हैं। पर मेरा मन बार-बार मेरे से कहता था कि मुझे यही करना है!

पहली बार अभिनय करने का मौका कैसे मिला?

जब मैं कॉलेज में पढ़ रही थी तो एक बार किसी ने मुझे एक विडियो ऑफर किया। उसमें काम करने के बाद मुझे एहसास हुआ कि मेरा अभिनय कमज़ोर है। मैं निराश हो गई। मैंने अभिनेत्री बनने का अपना सपना छोड़ दिया और UPSC करने दिल्ली चली गई। लेकिन फिर कोविड का दौर शुरू हो गया। ये दौर मेरे लिए बहुत तकलीफदेह साबित हुआ। उस दौर में काफी सोचने-समझने के बाद मुझे इस बात का एहसास हो गया कि मैंने गलत फैसला कर लिया है। अगर मुझे कुछ करना है तो वो है सिर्फ अभिनय।

आखिरकार मैंने ठान लिया कि मैं मुंबई जा कर फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाऊंगी। मेरे दोनों छोटे भाइयों ने भी मेरा साथ दिया। इतना ही नहीं, जब मैंने अपने मम्मी-पापा से मुंबई जाने की इजाज़त मांगी, तो उन्होंने बिलकुल भी इस बात का विरोध नहीं किया। वो मेरा दिल नहीं तोड़ना चाहते थे, हालांकि मन ही मन वो जानते थे कि बिना किसी जान-पहचान के मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाना कितना मुश्किल काम है। उनका ख़याल था कि दो-तीन महीने कोशिश करने के बाद मैं ख़ुद ही वापस लौट आऊंगी।

 


इसे भी पढ़े :-एक्टर ने दी फैन को दर्दनाक मौत, प्राइवेट पार्ट के किए चिथड़े, कुत्तों ने खाए शरीर के हिस्से, एक कान भी था गायब


 

मुंबई आने के बाद कितनी स्ट्रगल करनी पड़ी?  

मुंबई आने के बाद मैंने संघर्ष शुरू करने के बजाय पहले अपने अभिनय को पॉलिश करने का फैसला किया। पहले मैंने अनुपम खेर जी का एक्टिंग इंस्टीट्यूट जॉइन किया। वहां मुझे काफी-कुछ सीखने का मौका मिला। उसके बाद मैंने जाने-माने एक्टिंग कोच अतुल माथुर के साथ एक्टिंग की ट्रेनिंग ली। इसके बाद मैंने ऑडीशंस देने शुरू किए और ऑडीशंस देते-देते ही मुझे फिल्म हमारे बारह मिल गई जिसमें मेरी मुख्य हीरोइन की भूमिका है।

फिल्म में अनु कपूर की केंद्रीय भूमिका है। उनके साथ काम करने का कैसा अनुभव रहा?  

बहुत अच्छा। कुछ सीन में मेरे डायलॉग नहीं थे। लेकिन उन सीन्स में भी उन्होंने मेरे डायलॉग डलवा दिए। उनके साथ काम करना बहुत अच्छा अनुभव रहा।

 


इसे भी पढ़े :-शादी से पहले मुस्लिम धर्म अपनाने जा रही हैं सोनाक्षी सिन्हा, फिर करेगी निकाह


 

फिल्म इन दिनों अपनी थीम की वजह से काफी विवादों में है। सुना है आपको काफी धमकियां भी मिल रही हैं।

जी हां, आपने बिलकुल ठीक सुना है। हमें काफी धमकियां मिली हैं जिसकी वजह से मुंबई की पुलिस की तरफ से हमें प्रोटेक्शन दिया गया है। मगर फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है जिसकी वजह से कोई बखेड़ा शुरू हो। फिल्म के प्रदर्शित होने से पहले ही लोगों को किसी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए।

आगे की योजनाएं?
वो तो इस फिल्म के प्रदर्शन के बाद ही मैं आपको बता सकूँगी। मुझे इस फिल्म से बहुत उम्मीदें हैं क्योंकि इसमें मेरी काफी शक्तिशाली भूमिका है।

 


इसे भी पढ़े :-इंडियन मॉडल की हॉट अदाओं को देखकर फैंस हो गए मदहोश, देखे विडियो