नई दिल्ली
केरल से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के राज्यसभा सांसद को खालिस्तानी आतंकी पन्नू के संगठन की तरफ से धमकी मिली है. CPIM सांसद वी. शिवादासन ने राज्यसभा चेयरमैन जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है. चिट्ठी में शिवादासन ने कहा है कि उन्हें सिख फॉर जस्टिस की तरफ से धमकी भरा कॉल आया है.
बता दें कि पन्नू के खिलाफ 16 केस अलग-अलग राज्यों में दर्ज हैं. उस पर पंजाब के सरहिंद में यूएपीए के तहत मामला दर्ज है. अमृतसर और दिल्ली में यूएपीए के तहत 4, गुरुग्राम में एक केस दर्ज है. एनआईए द्वारा यूएपीए के तहत एक केस दर्ज है. नए डोजियर के मुताबिक वो इंडिया गेट पर खालिस्तानी झंडा फहराने वाले को 2.5 मिलियन यूएस डॉलर देने की घोषणा कर चुका है. उसने ऐसे पुलिसकर्मी को 1 मिलियन यूएस डॉलर देने की घोषणा की थी जो 15 अगस्त 2021 को लाल किले पर तिरंगा लहराने से रोके. इसके अलावा कई बार ऑडियो वॉयस मैसेज भेज कर भारत की एकता और अखंडता को वो चुनौती दे चुका है. अपने गुर्गों के जरिए खालिस्तानी पोस्टर और झंडे लगवाने की कोशिश कर चुका है.
पंजाब के खानकोट से कैसे US पहुंचा पन्नू?
गुरपतवंत सिंह पन्नू पंजाब के अमृतसर जिले के बाहरी इलाके खानकोट गांव का रहने वाला है. उसकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई यहीं हुई है. पन्नू ने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ किया है. इसके बाद वह विदेश चला गया था. वहां, उसने शुरुआत के कुछ सालों तक कैब ड्राइवर बनकर काम किया और बाद में वकालत शुरू कर दी. तब से वह अमेरिका और कनाडा में ही रह रहा है. पन्नू के पास अमेरिकी नागरिकता है. वह विदेश में रहकर ही खालिस्तानी मूवमेंट चलाता है. साल 2006 से पन्नू खालिस्तान का मुखर समर्थक बन गया है. भारत के खिलाफ एजेंडा चलाने वाले पन्नू को इस काम में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की मदद मिलती है.