पामगढ़ में रावण दहन से पहले तोड़ा जाता है गढ़, बहुत पुरानी है यह अनोखी परंपरा, देखें विडियो

जांजगीर जिला के पामगढ़ में विजयदशमी पर्व पर अनोखी परंपरा निभाने का रिवाज है। यह परंपरा काफी पुरानी है। इस परंपरा के तहत चंडीपारा के रावण भाटा मैदान में लगभग 10 से 12 फीट ऊँची मिट्टी से बनाया गया टीला है जिस पर  बिना किसी सहारे के एक प्रयास में चढ़ाना होता है| जो चढ़ जाता है उसे विजय घोषित किया जाता है| इनाम स्वरूप उसे समिति द्वारा पूर्व घोषित ईनाम दिया जाता है। इस वर्ष भी यह परंपरा जारी थी| एक युवक ने यह परंपरा जीती जिसे इनाम स्वरूप समिति द्वारा 3100 रुपए का पुरस्कार दिया गया।

यह परंपरा कब से शुरू हुई इसका सही जानकारी तो नहीं मिल पाई लेकिन बताया जाता है कि आदिकाल से यह परंपरा शुरू हुई है जिसे आज भी यहाँ के लोग यह परम्परा जारी रखे हुए हैं।

पामगढ़ ही नहीं अपितु पामगढ़ क्षेत्र के बहुत सारे गांव में यह परंपरा निभाई जाती है| मिट्टी से बनाया गया टीला की ऊंचाई हर जगह अलग-अलग होती है| बड़े उत्साह से यह परंपरा निभाई जाती है और लोग इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं प्रतियोगिता में युवा वर्ग ही हिस्सा लेता है।

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