सराफा कारोबारी हत्याकांड, ड्राइवर और उसका भाई निकला हत्यारा, 300 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज के बाद खुला राज़

कोरबा।

पुलिस ने हफ्ते भर पहले हुई हत्या के उस सनसनीखेज वरदात से पर्दा उठा दिया है जिस वारदात ने कोरबा ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में सनसनी फैला दी थी. आरोपियों ने सराफा कारोबारी गोपाल राय सोनी की हत्या कर कार लूट ली थी. इस जघन्य वारदात के बाद पुलिस जांच में जुटी और 300 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले, सूचना तंत्र और तकनीकी विश्लेषण के सहारे आरोपियों की पहचान की. इस वारदात में शामिल मुख्य आरोपी मृतक के ड्राइवर और उसका भाई था, जिन्होंने योजना बनाकर हत्या को अंजाम दिया. हालांकि, इस मामले में एक आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों को अलग-अलग ठिकानों पर भेजा गया है. इस मामले का खुलासा रविवार की दोपहर बिलासपुर रेंज आईजी डॉक्टर संजीव शुक्ला और एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने किया है.

 

इसे भी पढ़े :-Aeps Service, आधार से पैसा निकालने से पहले ध्यान दें, नहीं तो खाली हो जाएगा खाता का पैसा

See also  एमसीबी : अपर कलेक्टर ने आमजनों की सुनी समस्याएं, गंभीरतापूर्वक निराकरण के दिए निर्देश

 

मृतक सराफा व्यापारी गोपाल राय सोनी के बेटे नचिकेता राय सोनी ने 5 जनवरी को पुलिस को सूचना दी कि अज्ञात बदमाशों ने उनके पिता, गोपाल राय सोनी की हत्या कर दी और घर से उनकी कार, अटैची और उनकी मां का मोबाइल लेकर भाग गए. इस घटना की सूचना मिलने के बाद एसपी सिद्धार्थ तिवारी और एफएसएल टीम ने मौके का निरीक्षण किया और फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ को घटना स्थल पर भेजा. प्रार्थी ने बताया कि जब वह रात करीब 10 बजे घर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि घर के पोर्च में खड़ी सफेद रंग की हुंडई क्रेटा कार गायब थी. घर का दरवाजा बंद था, जिसे खोलने के बाद उन्होंने पाया कि उनके पिता गंभीर रूप से घायल और लहुलुहान पड़े थे. इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

 

इसे भी पढ़े :-एक्सनेस ट्रेडिंग, एक शक्तिशाली उपकरण, नौसिखियों से लेकर विशेषज्ञों इसी का करते हैं प्रयोग, जाने क्या है खास

See also  कण कण में बसे हैं श्री राम- डॉ. महंत, शिवरीनारायण में मानस पाठ भगवान राम की इच्छा

 

घटना के बाद पुलिस ने बिना नंबर वाली रिपोर्ट दर्ज की और मामले की जांच शुरू की. पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ तिवारी ने इस सनसनीखेज हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए 14 अलग-अलग टीमों का गठन किया. इन टीमों ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें दो नकाबपोश व्यक्ति घटना स्थल के पास देखे गए थे. पुलिस को एक मुखबिर से जानकारी मिली कि कुंआमठ्ठा निवासी मोहन मिंज के हाथ में चोट लगी है, जो सीसीटीवी में दिखाई दे रहे संदिग्धों से मिलती-जुलती थी. पूछताछ के दौरान, मोहन मिंज ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. उसने बताया कि सूरज पुरी गोस्वामी और उसका भाई आकाश ने मिलकर गोपाल राय सोनी के घर चोरी करने की योजना बनाई थी. सूरज ने आकाश से गोपाल राय सोनी की दुकान की चाबी प्राप्त करने की योजना बनाई थी, ताकि वहां से सोने-चांदी और पैसे चुराए जा सकें.

 

ज्वेलरी शाॅप के संचालक की धारदार हथियार से हत्या, नकाबपोश बदमाशों ने घर में घुसकर दिया घटना को अंजाम

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *