‘कमाल का भोपाल’ को मिली प्रशासनिक गति
क्रेडाई के एआई प्रस्ताव पर मुख्य सचिव ने दिए निर्देश
भोपाल
राजधानी भोपाल को भारत की पहली एआई लाइटहाउस सिटी और स्मार्ट औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक पहल सामने आई है। बुधवार शाम आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में क्रेडाई भोपाल ने मुख्य सचिव महोदय के समक्ष ‘कमाल का भोपाल’ रिपोर्ट के क्रियान्वयन के प्रमुख बिंदुओं और लंबित विषयों को प्रस्तुत किया।
बैठक के मुख्य निष्कर्ष:
• एआई लाइटहाउस सिटी प्रस्ताव पर चर्चा के बाद मुख्य सचिव ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को निर्देशित किया कि राजधानी में एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर और डाटा कंप्यूट ज़ोन विकसित करने की संभावनाओं को गंभीरता से आगे बढ़ाया जाए।
• गाइडलाइन दरों में असामान्य वृद्धि की शिकायतों पर मुख्य सचिव ने पंजीयन और स्टाम्प विभाग को निर्देश दिए कि इस विषय की समीक्षा करें और प्रतिशोधात्मक विसंगतियों को दूर किया जाए।
• ‘कमाल का भोपाल’ रिपोर्ट पर समीक्षा और क्रियान्वयन की आवश्यकता स्वीकार करते हुए मुख्य सचिव ने शहरी विकास आयुक्त को सभी बिंदुओं की विवेचना कर अवगत कराने को कहा।
सौंपे गए प्रमुख दस्तावेज़:
1. “एआई लाइटहाउस सिटी – क्रेडाई विजन”
2. “कमाल का भोपाल” क्रियान्वयन प्रस्ताव
3. भोपाल मेट्रोपॉलिटन एवं मास्टर प्लान संबंधी प्रस्तुति
4. इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर क्रेडाई चैप्टर्स के ज्ञापन
5. गाइडलाइन दरों में विसंगतियों पर आपत्तियाँ
6. कालोनाइजिग अधिनियम व नियम, टाउनशिप नीति और रेरा सम्बंधी प्रस्ताव
राजा भोज पर संवाद के क्षण:
बैठक के अंत में क्रेडाई भोपाल के अध्यक्ष ने मुख्य सचिव को राजा भोज की विचारवान मोहक प्रतिमा भेंट की यह आकर्षक प्रतिमा मनोज मीक के महीनों के गहन शोध, न्यू-एज टेक और ऐतिहासिक संवाद के आधार पर निर्मित की गई है, जो राजा भोज के नगर नियोजन, जल प्रबंधन और सांस्कृतिक दृष्टिकोण को सजीव करती है। मुख्य सचिव ने रुचि पूर्वक प्रतिमा की बारीकियों और राजा भोज के व्यक्तित्व पर चर्चा की एवं क्रेडाई के प्रयासों को सराहा।
क्रेडाई भोपाल का वक्तव्य:
‘कमाल का भोपाल’ रिपोर्ट बुनियादी दस्तावेज है जो आत्मविश्वास और पहचान की बात करता है। राजा भोज के दृष्टिकोण से लेकर आज के एआई युग तक, हम चाहते हैं कि भोपाल फिर से एक विचारशील नगर के रूप में सामने आए। मुख्य सचिव महोदय से हुई आज की बैठक में जो स्पष्टता और सकारात्मकता दिखी, उससे यह भरोसा और गहरा हुआ है कि राजधानी का भविष्य अब विचार से कार्य की दिशा में बढ़ रहा है। क्रेडाई भोपाल इस प्रयास में भागीदार है नीतियों में, संवाद में और ज़मीन पर भी।
— सचिवालय क्रेडाई भोपाल