दर्दनाक दुर्घटना, कार ने 3 किमी तक घसीटा, ठेला चालक की मौत, दिल दहला देने वाला सीसीटीवी फुटेज : राजधानी रायपुर से बलौदाबाजार को जोड़ने वाली व्यस्त सड़क पर सारागांव के पास देर रात एक दर्दनाक दुर्घटना में ठेला चालक की मौत हो गई। तेज रफ्तार से आ रही एक ब्रिजा कार ने सड़क पार कर रहे रमेशू साहू (55 वर्ष, निवासी सारागांव) को जोरदार टक्कर मारी और उसे लगभग तीन किलोमीटर तक घसीटते हुए सड़क किनारे फेंक दिया। घटना का यह दिल दहला देने वाला सच सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 19 जून की मध्यरात्रि ब्रेजा कार अनियंत्रित गति से रायपुर से बलौदाबाजार की ओर आ रही थी। इस समय पर सड़क पार कर रहे ठेला चालक रमेशू साहू को चालक ने बुरी तरह टक्कर मारी। तेज रफ्तार के कारण कार ने ठेले को भी पीछे खींचते हुए चालक को साथ ले लिया। वाहन उससे लगभग 3 किमी दूर तक चलता रहा, जहाँ बंद मोड़ के पास ठेला चालक सड़क से गिर गया। गंभीर रूप से घायल हालत में रमेशू साहू को स्थानीय लोगों ने अस्पताल पहुंचाया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दर्दनाक दुर्घटना, कार ने 3 किमी तक घसीटा, ठेला चालक की मौत, दिल दहला देने वाला सीसीटीवी फुटेज : दुर्घटना की सूचना मिलने पर पास के सारागांव तथा खरोरा थाना क्षेत्र के ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने देखा कि कार चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया था। गुस्साए ग्रामीणों ने तुरंत रायपुर–बलौदाबाजार रोड पर चक्का जाम कर दिया और खरोरा पुलिस चौकी का घेराव किया। उन्होंने पुलिस को सुबह 6 बजे तक आरोपी चालक को धर दबोचने का अल्टीमेटम दिया। धरना-प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने कहा कि यदि समय सीमा तक कार्रवाई न हुई, तो वे और कड़े आंदोलन करेंगे।
कार जब्त, वाहन मालिक का नाम उजागर ग्रामीणों ने सड़क पर ही उस ब्रिजा कार को पुलिस के हवाले कर दिया, जिसे बाद में खरोरा थाना पुलिस ने कब्जे में ले लिया। वाहन के कागजात जांचने पर पता चला कि कार गुरुचरण ज्वेलर्स, खरोरा के मालिक श्री सतवीर सिंह चावला के नाम पर पंजीकृत है। हालांकि, पुलिस आरोपित ड्राइवर की पहचान और वाहन चलाने की वैधानिक अनुमति के संबंध में भी जांच कर रही है। सीसीटीवी ने खोल दी पोल सड़क किनारे लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जांचने पर घटना की भयावहता स्पष्ट हो गई। फुटेज में देखा गया कि कार ठेले, ठेला चालक और ठेले पर लदी सामग्री को कैसे बेरहमी से टक्कर मारकर घसीटती चली गई। कैमरे की धीमी गति से रिकार्ड की गई छवियों से घटनास्थल, समय और वाहन की गति का अंदाजा लगाया जा सकता है।