करियर से लंबा ब्रेक महिलाओं की मजबूरी, खुद को नई स्किल से करें अपडेट

कहते हैं सीखने की कोई उम्र नहीं होती। और सीखना तब ज्यादा जरूरी हो जाता है, जब बात अस्तित्व की हो। एक महिला का जीवन चारदीवारी के बाहर भी होता है। पर, घर के बाहर की ओर नजर डालें तो स्थितियां अभी भी चुनौतीपूर्ण ही हैं क्योंकि हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों की तुलना में बेहद कम नजर आती है। इसका एक बड़ा कारण है घर की जिम्मेदारी। घर संभालने और बच्चों की देखरेख के लिए अधिकांश कामकाजी महिलाओं को अपने काम से ब्रेक लेना ही पड़ता है। कई लोगों के लिए यह छुट्टी आजीवन हो जाती है। जो वापस आना चाहती हैं, उनके लिए राहें आसान नहीं होती क्योंकि चार-पांच साल का करियर गैप और उस बीच उद्योग में आए बदलाव उनकी वापसी की राह कठिन कर देते हैं। एक अध्ययन बताता है कि भारत में कामकाजी महिलाओं का आंकड़ा केवल 25 प्रतिशत है, जिसमें भी अकसर बच्चों की देखरेख के चलते काम छोड़ने वाली महिलाओं में से करीब 60-70 प्रतिशत की वापसी वर्क फोर्स में नहीं होती है। हालांकि अच्छी बात यह है कि कुछ महिलाओं को अब इसका अहसास होने लगा है। और काम पर वापसी के लिए वह खुद को नए दौर के लिए तैयार भी करने लगी हैं। एक ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म की मानें तो कोविड महामारी के बाद करीब 53 प्रतिशत महिलाएं अब उनके अलग-अलग कोर्स में दाखिल ले रही हैं। यह आंकड़ा महामारी से पहले के आंकड़े का दोगुना है। लिंक्डइन के ट्रेंड पर नजर डालें तो पिछले कुछ समय में नौकरी की दुनिया में छोटे-छोटे स्किल्स की मांग बढ़ी है। ऐसे में ऐसे शॉर्ट टर्म कोर्स करके खुद को बेहतर बनाना और नई दुनिया के लिए खुद को तैयार करना आपके करियर को नए पंख दे सकता है। अगर आप अभी भी कामकाजी हैं, तब भी अपस्किल आपके करियर को उड़ान देगी।

सीखना जारी रखें
माना की जिम्मेदारियां कम नहीं हैं, लेकिन यह बात भी ध्यान में रखें कि समय तेजी से बदल रहा है। ऐसे में आपका भी सीखना जारी रखना बेहद जरूरी है। करियर काउंसलर जितिन चावला कहते हैं कि चाहे आप नौकरी कर रही हैं या फिर ब्रेक के बाद वापसी कर रही हैं, आपको जमाने के हिसाब से ही चलना होगा। दौर टेक्नोलॉजी का है और जो इसमें पीछे हो गया, वह पिछड़ता चला जाएगा। आप ऐसा नहीं चाहतीं तो अपने क्षेत्र को समझें, उसमें आने वाले बदलावों को भांपें और खुद को तैयार करें। सीखने के लिए ऑनलाइन कई प्लेटफॉर्म हैं, जो आपकी राह आसान बनाते हैं। इसके अलावा कुछ जाने-माने संस्थान भी समय-समय पर शॉर्ट टर्म कोर्स निकालते हैं। ऐसी जगह से कोर्स करने पर आप खुद को और बेहतर दर्शा सकती हैं। इनका लाभ उठाएं और अपने रेज्यूम को और बेहतर बनाएं।

इंटर्नशिप का लाभ उठाएं
अगर आपके हाथ में किसी तरह का काम नहीं है तो नौकरी में वापसी के लिए इंटर्नशिप आपकी मदद कर सकता है। इसकी जानकारी जॉब पोर्टल पर आसानी से मिल जाएगी। यहां तक कि सरकार भी कई बार इंटर्नशिप प्रोग्राम निकालती है। कई बार इसमें उम्र की सीमा निर्धारित होती है, लेकिन हर प्रोग्राम में ऐसा नहीं होता। आप अपने क्षेत्र में ऐसे प्रोग्राम तलाशें और काम पर वापसी की तैयारी करें। इंटर्नशिप से आप कार्यक्षेत्र के नएपन को तो समझ ही पाएंगी, साथ ही उसी संस्थान में आपके लिए नौकरी की संभावना भी खुल सकती है। यह एक तरह से बिना पैसे लगाए कोई कोर्स करने जैसा ही हुआ। कुछ इंटर्नशिप नि:शुल्क होती हैं, वहीं कुछ में पैसे मिलते हैं।

बदलते दौर को समझें
करियर का मतलब सिर्फ नौकरी नहीं है। अब समय स्टार्टअप का भी है। आपका करियर किसी भी क्षेत्र का रहा हो, लेकिन नए स्किल सीखकर भी आप खुद के लिए कई संभावनाएं बना सकती हैं। ऑनलाइन ऐसे कई प्लेटफॉर्म हैं, जो महिलाओं को इसके लिए तैयार कर रहे हैं। मान लीजिए आप पहले एचआर में काम करती थीं, लेकिन अब कॉर्पोरेट में वापसी नहीं हो पा रही। ऐसे में निराश होने की जगह आप ऑनलाइन आर्ट सीखकर किसी स्कूल में आर्ट टीचर बन सकती हैं या खुद का आर्ट बिजनेस शुरू कर सकती हैं। यहां तक कि ऐसे कई कोर्स भी हैं, जिन्हें करने के बाद आप खुद ऑनलाइन पढ़ा सकती हैं। इस काम में पंखुड़ी, मॉम्सप्रेसो, द गुड ग्लैम ग्रुप जैसे ऐप आपकी मदद करेंगे।

 

Join WhatsApp

Join Now