कटनी की अर्चना तिवारी का 6 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं, यूथ कांग्रेस ने रखा ₹51 हजार का इनाम

इंदौर / कटनी 

इंदौर से कटनी के लिए नर्मदा एक्सप्रेस में सवार होकर निकली अर्चना तिवारी का 100 घंटे बाद भी कुछ पता नहीं चल सका है. जीआरपी भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से लेकर कटनी तक अब हर सुराग तलाशने में जुटी है. जीआरपी की 3 टीम इस बड़े सर्च ऑपेरशन में लगाई गई हैं. कटनी निवासी अर्चना इंदौर में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही थी.

अर्चना के मोबाइल की लास्ट लोकेशन नर्मदापुरम जिले के नर्मदा ब्रिज पर मिली है. संदेह के आधार पर होमगार्ड जवान और एसडीआरएफ की टीम नर्मदा नदी में सर्चिंग की, लेकिन टीम को कोई सफलता नहीं मिली.

होमगार्ड के प्लाटून कमांडर शिवराज चौधरी ने बताया कि युवती के मोबाइल की लास्ट लोकेशन नर्मदा रेलवे ब्रिज पर मिली है, इसलिए संदेह के आधार पर ब्रीज के निचे नर्मदा नदी में सर्चिंग की जा रही है. 

दरअसल, पूरा मामला 7 अगस्त का है. इंदौर के एक हॉस्टल में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही अर्चना तिवारी रक्षाबंधन से दो दिन पहले नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर अपने घर कटनी के लिए रवाना होती है, लेकिन बीच रास्ते में ही रहस्यमय ढंग से गायब हो जाती है.

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लड़की का इंदौर बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस के AC कोच B3 के बर्थ नंबर 3 पर रिजर्वेशन था. 7 तारीख को लड़की अपने हॉस्टल से निकलकर इंदौर स्टेशन पहुंची और नर्मदा एक्सप्रेस में सवार हुई थी.

कटनी के मंगलनगर में रहने वाली अर्चना तिवारी के परिजन 8 तारीख की सुबह उसे कटनी साउथ स्टेशन लेने पहुंचे तो वह नहीं मिली और उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ मिला.

जब कटनी साउथ स्टेशन पर लड़की नहीं मिली तो परिजनों ने उमरिया में उसके मामा को सूचना दी. उमरिया स्टेशन पर उसके मामा ने B3 कोच में पहुंचकर तलाश किया, लेकिन अर्चना नहीं मिली. अलबत्ता उसकी सीट उसका बैग जरूर मिला जिसे उतारा गया.

बताया जाता है कि बैग में राखी रूमाल और बच्चों के लिए गिफ्ट भी रखे थे. रात 10 बजकर 16 मिनट पर चाची की अर्चना से बात हुई थी तो उसने बताया कि भोपाल के पास हूं. 

जानकारी के अनुसार, रानी कमलापति स्टेशन तक अर्चना नजर आई. उसके बाद उसका कोई सुराग अभी तक नहीं मिला है. अर्चना के परिजन पहली बार सामने आए हैं.

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पूरे मामले मे अर्चना तिवारी के भाई अभिषेक ने बताया, अर्चना मेरे मामा की बेटी है. हम लोग मंगलनगर में एक ही घर में साथ रहते हैं. अर्चना के पिता की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है.

अर्चना इंदौर में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही थी. रक्षाबंधन पर अर्चना इंदौर से कटनी के लिए निकली थी. लेकिन वो घर नहीं पहुंची, उमरिया में मामा रहते हैं, उन्होंने B3 बर्थ में जाकर देखा तो सिर्फ बैग मिला, दीदी नहीं मिली.

कटनी की बेटी अर्चना को लापता हुए आज 6वां दिन है और अब कटनी के यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिव्यांशु ने अर्चना की सूचना देने वाले को 51हजार की नगद राशि देने का इनाम घोषित कर दिया है.

दिव्यांशु उर्फ अंशु मिश्रा ने बताया कि अर्चना तिवारी उनकी बहन है. उन्होंने छात्र राजनीति में साथ काम किया है. हर रक्षाबंधन में वो उन्हें राखी बांधती थी, लेकिन इस बार उनके लापता होने की जानकारी से पूरा कटनी हैरान परेशान है. आखिर कैसे चलती ट्रेन से कोई गायब हो सकता है? हम सब की मांग है कि कटनी की बेटी अर्चना तिवारी वापस सुरक्षित घर लौटे.

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फिलहाल इंदौर से कटनी के लिए निकली अर्चना तिवारी की तलाशी के लिए भोपाल, नर्मदापुरम, इटारसी, जबलपुर और कटनी में जीआरपी की टीमें लगी हुई हैं, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अर्चना आखिर है कहां?