अभिनेता नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) ने हाल ही ने अपने इंटरव्यू में खुलकर बात की है.
तीन महीने पहले पीएम नरेंद्र मोदी को ओपन लेटर लिखने के मामले में बीते दिनों 49 सेलेब्रिटीज के खिलाफ शिकायत हुई थी. ये मामला जबरदस्त चर्चा में रहा, वहीं इतने दिन बीतने के बाद अब जाकर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) का बयान आया है. नसीरुद्दीन पहले इस मामले पर बयान देने से बच रहे थे लेकिन हाल ही में उन्होंने खुलकर बात की है. नसीरुद्दीन का कहना है कि वो पहले की तरह अब भी अपने स्टेटमेंट पर कायम हैं और उन्होंने जो कहा वो कहना जरूरी था. इसके साथ ही उन्होंने कई और बातें भी कही हैं.
नसीरुद्दीन शाह ने शनिवार को मुंबई आयोजित हुए 9th एडिशन ऑफ इंडियन फिल्म प्रोजेक्ट के दौरान एक्टर-डायरेक्टर आनंद तिवारी से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है, जो मैंने कहा वो कहना बहुत जरूरी था. मैं अपने बयान पर कायम हूं. मैंने उन लोगों से बहुत गालियां सुनी हैं, जिनके पास कुछ और बेहतर करने के लिए नहीं है. इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा लेकिन जो परेशान करने वाला है वो है ये खुली नफरत’.
सोमवार को 180 व्यक्तियों द्वारा नया लेटर जारी किया गया है. इस लेटर में नसीरुद्दीन शाह और इतिहासकार रोमिला थापर समेत सभी लोगों ने पूछा है कि प्रधामंत्री को ओपन लेटर लिखना किस तरह राज-द्रोह हो सकता है. जब नसीरुद्दीन से पूछा गया कि देश में चल रहे सामाजिक-राजनीतिक मौसम ने फिल्म इंडस्ट्री के साथ उनके रिश्ते पर क्या असर डाला है. उन्होंने जवाब में कहा, ‘मेरा इंडस्ट्री से कभी किसी भी मामले में करीबी नाता नहीं रहा है और मुझे नहीं लगता कि इसके चलते मेरे स्टैंड पर कोई प्रभाव पड़ा है क्योंकि मुझे कभी ज्यादा काम का ऑफर ही नहीं किया गया है’.
बता दें कि पिछले हफ्ते ही बिहार के मुजफ्फरपुर में निर्देशक अपर्णा सेन, अदूर गोपालाकृष्णनन और लेखक रामचंद्र गुहा समेत कई लोगों पर राज-द्रोह का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज हुई थी. ये मामला जुड़ा था जुलाई में मॉब लिंचिंग पर चिंता जताते हुए पीएम मोदी को लिखे गए ओपन लेटर से. हालांकि बाद में ये आरोप झूठे बताकर केस बंद कर दिया गया.