भीम आर्मी हसौद द्वारा पूरे क्षेत्र में भारतीय संविधान में आम लोगों के लिए दिए गए अधिकारों के प्रति जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है | भीम आर्मी के सदस्य हर रविवार को क्षेत्र के एक गांव में जाकर ग्रामीणों को उनके अधिकारों को बताती समझाती है साथ ही महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए अंधविश्वास और पाखण्ड को दूर करने की कोशिश करती है| इसके तहत 1 दिसम्बर को ग्राम चिस्दा में भीम आर्मी की टीम पहुंची थी| यहाँ भीम आर्मी युवती/महिला छत्तीसगढ़ टीम का परिवर्तनवादी कार्यकर्ता पीताम्बर बंजारे के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण, संविधान में निहित मौलिक अधिकार, महत्ता, सामाजिक एकता,आरक्षण, महिलाओं के विशेष अधिकार के सम्बद्ध में जानकारी दी | प्रमुख संरक्षक लोगों ने अपनी अहम योगदान देते हुए सबको बहुजन इतिहास के बारे में जानकारियां उपलब्ध कराए जिसे गांव के लोग बड़े धैर्यपूर्वक सूना| समाज में फैले कुरूतियों को दूर करने और यथार्थ में जीने का वचन दिया | कार्यक्रम का संचालन नर्मदा बर्मन ने किया|
इस दौरान भीम आर्मी महिला टीम से लक्ष्मीन कुर्रे, नवधा मनहर, कमला बर्मन, पिंकी सोनी व चंद कुंवर ने ग्रामीणों को संबोधित किया | उन्होंने लोगों को भारतीय संविधान के उद्देश्य व महापुरुषों के संघर्षों को बताया तथा भारतीय संविधान में महिलाओं के लिए दिए गए अधिकारों से अवगत कराया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से कुमारी आगरे, बसंत नारंग, राधिका, पुष्पा, ज्योति, रोशनी, चंद्रिका, ललिता, आशा, तिजमती, नौधाबाई, लक्ष्मीन, उतरा, नोनीबाई, रजनी, कौशिलया, मंटोरी, मेंबाई, कमला, दसोदा, बसंत, चंडकुंवर, कीर्तनबाई, धानबाई, पिंकी, निर्मला, नवरतन, नंदिनी, कौषिल्या, कुमारी उतरा, चांदनी, कविता, तान्या, हंस कुमारी, संतोषी मैम, दीपा, बबली, मनीषा, शुश्मिता, मधु और ग्राम के समस्त महिलाएं व् युवतियां बड़ी संख्या में मौजूद थे |