समता, समरसता और भाईचारे का प्रतीक गुरु बाबा घासीदास: डॉ. शिवकुमार डहरिया

Johar36garh| गुरु बाबा घासीदास जी की 264वीं जयंती के अवसर पर मुंगेली जिले के लालपुर धाम और गुरु पर्व मेला अमर टापू में आयोजित जयंती कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया शामिल हुए। डॉ. डहरिया ने इस मौके पर जैतखाम में नया पालो चढ़ाया और बाबा जी की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने प्रदेशवासियों को गुरु बाबा घासीदास जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि संत शिरोमणि गुरु बाबा घासीदास जी का जीवन, उनके कार्य, उनके उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास बाबा समता, समरसता और भाईचारे का प्रतीक है। बाबा घासीदास जी ने ‘मनखे-मनखे एके बरोबर’ के वचनामृत से सारा संसार को एक सूत्र में पिरोने का काम किया। तत्कालीन समय में मानव-मानव में भेद, समाज में व्याप्त कुरीतियां, रूढि़वादिता, सामाजिक विषमता को दूर करने का प्रयास किया, वहीं उन्होंने ‘सत्य ही मानव का आभूषण है’ कि अमृत वचन से जनमानस में सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाया। इस अवसर पर विधायक श्री धर्मजीत सिंह, श्री हरनाम सिंह, श्री पप्पू बघेल सहित साधु संत और समाज जन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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