तेलंगाना व झारखण्ड से पामगढ़ पहुंचे प्रवासी मजदूर, भैंसो और झिलमिली के है ये ग्रामीण

Johar36garh (Web Desk)| छत्तीसगढ़ जांजगीर जिला के पामगढ़ तहसीलदार श्रीमती जयश्री पथे और नायब तहसीलदार संदीप साय शुक्रवार की देर रात 48 मजदूरों को लेकर पामगढ़ हॉस्पिटल पहुंचे |  ये सभी मजदूर पामगढ़ ब्लॉक के भैसों, झिलमिली, जेवरा, सिल्ली, ससहा, महका गांव से हैं |  इन सभी मजदूरों को रात में पाइंट मिलने पर मस्तूरी से बस में लाया गया |

तेलंगाना व झारखण्ड से पामगढ़ पहुंचे प्रवासी मजदूर, भैंसो और झिलमिली के है ये ग्रामीण
तहसीलदार श्रीमती जयश्री पथे ने बताया की रात  लगभग 1 बजे  तेलंगाना से आये 25 मजदूरों और 2 :30 बजे रात को झारखंड से 23 मजदूरों को मस्तूरी से लाया गया है | पहले उन्हें पामगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया उसके रुकने की ब्यवस्था शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था भवन पामगढ़ में कराई गयी है |  सभी मजदूरों के लिए सद्भावना भवन में भोजन तैयार किया गया |  रात में सभी मजदूरों को भोजन कराया गया |  तहसीलदार श्रीमती जयश्री पथे ने बताया की उन्हें रात में उन्हें मस्तूरी में पामगढ़ के कुछ प्रवासी मजदूर के पहुंचने की सूचना मिली थी | जिसके बाद वे तुरंत अपने टीम के साथ मस्तूरी पहुँच गयी।

तेलंगाना व झारखण्ड से पामगढ़ पहुंचे प्रवासी मजदूर, भैंसो और झिलमिली के है ये ग्रामीण

जहा इन सभी मजदूरों से पूछताछ किया गया|  मजदूरों ने पामगढ़ के आसपास गांव के होने की बात कही|   जिसके बाद  सभी मजदूरों को तहसीलदार मैडम ने मस्तूरी से बस पर  पामगढ़ हॉस्पिटल लाया गया जिसमें महिलाएं बच्चे पुरूष शामिल थे|  इन सभी लोगो का  स्वास्थ्य परीक्षण किया गया । स्वास्थ्य परिक्षणोपरांत  इन सभी मजदूरों को पामगढ़ में बना आईटीआई भवन क्वारंटाईन पर14 दिनों के लिए  रखा गया और सभी को भोजन कराया गया।

तेलंगाना व झारखण्ड से पामगढ़ पहुंचे प्रवासी मजदूर, भैंसो और झिलमिली के है ये ग्रामीण
मजदूरों ने बताया की उन्हें खाने-पिने की परेशानी होने पर वे सभी 4 दिन पहले घर के लिए निकल पड़े थे | रास्ते में जहाँ मदद मिलती थी वह भोजन हो जाता था |  कही पैदल तो कही ट्रक, मेटाडोर की मदद से वे छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं |

 

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