Johar36garh (Web Desk)| लॉकडाउन-3 में घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों के साथ हो रहे हादसों को देखते हुए दिल्ली सरकार सतर्क हो गई है। मुख्य सचिव ने सभी जिला अधिकारियों व पुलिस आयुक्तों को निर्देश दिया है कि सड़क पर पैदल चल रहे प्रवासी मजदूरों को तत्काल नजदीकी शेल्टर होम में पहुंचाया जाए। इसके बाद रेलवे से तालमेल बैठाकर उन्हें श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से भेजे जाने का इंतजाम किया जाए।
मुख्य सचिव विजय देव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर दिल्ली की सड़कों व रेलवे ट्रैक के साथ-साथ अपने घर जा रह हैं। यह बहुत गंभीर मसला है। प्रवासी मजदूरों को इस तरह जाने नहीं दिया जा सकता है। इससेे हादसों की आशंका बनी रहती है।
आदेश में इसे रोकने की जिम्मेदारी जिलास्तरीय सामान्य व पुलिस प्रशासन पर डाली गई है। आदेश में जिला अधिकारियों व पुलिस आयुक्तों को निर्देश दिया गया है कि वह सुनिश्चित करें कि कोई भी प्रवासी मजदूर सड़क व रेलवे ट्रैक से न जाने पाए। अगर कहीं ऐसा होता है तो मजदूरों को नजदीकी शेल्टर होम में भेज दिया जाए।
वहां उनके लिए तब तक खाना व पानी का इंतजाम करना है, जब तक श्रमिक स्पेशल ट्रेन से उनको भेजने का इंतजाम न कर दिया जाए। मुख्य सचिव ने कहा है कि इसके लिए जिला प्रशासन को रेलवे के साथ तालमेल बैठाना है।
इससे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर मजदूरों को स्टैंडर्ड प्रोटोकाल के हिसाब से उनके घर भेजा जा सके। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की आवाजाही बगैर अड़चन के होनी चाहिए, जिससे जल्द से जल्द श्रमिकों को उनके घर पहुंचाया जा सके।