घायल लोगों की मदद के लिए पहुंचे कार चालक के साथ मॉब लिंचिंग

Johar36garh (Web Desk)|क्या सड़क हादसे में घायलों की मदद (help) करना कोई अपराध है? किसी को सही समय पर अस्पताल (hospital) पहुंचाना क्या कोई गुनाह है? क्या सड़क पर पड़े घायलों की मदद नहीं करना चाहिए? ऐसे ही कई सवाल हैं जो अब राजधानी भोपाल (bhopal) में हुई एक घटना के बाद उठ रहे हैं. एक व्यक्ति ने अपनी कार रोककर सड़क हादसे में घायलों की मदद की. लेकिन जब गांव वाले मौके पर पहुंचे तो उन्होंने कार चालक (car driver) की ही पिटाई कर दी.

यह मामला राजधानी भोपाल से लगे बैरसिया इलाके का है. यहां दो बाइक की भिड़ंत में एक नाबालिग की मौत और उसका भाई घायल हो गया. इसी दौरान वहां से गुजर रहे कार चालक प्रशांत सर्राफ ने अपनी कार रोकी और घायल की मदद के लिए दौड़े. लेकिन गांव वाले समझे कि इसी व्यक्ति की गाड़ी से टक्कर हुई है इसलिए उन्होंने उसे बंधक बना लिया और कार सहित गांव ले गए. वहां भीड़ ने उन्हें बुरी तरह पीटा. जब यह बात पुलिस को पता चली तो पुलिस तत्काल गांव में पहुंची और उसने कार चालक प्रशांत सर्राफ को बचाया.  इस मामले में गांव वालों के खिलाफ बलवा समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. पुलिस ने टक्कर मारने वाली बाइक का भी पता लगा लिया है.

Join WhatsApp

Join Now