Johar36garh (Web Desk)|छत्तीसगढ़ में शासन की राशि को डकारने वाले पूर्व सरपंचो और सचिवों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया। एसडीएम के निर्देश पर हुई कार्रवाई में आज 6 पूर्व सरपंच और 3 सचिव को गिरफ्तार किया गया। जिनमें से कुछ ने जेल जाने के डर से आनन-फानन में राशि जमाकर दी। वहीं कुछ सरपंचो और सचिवों ने कुछ राशि जमा करने हफ्तेभर की मोहलत मांगी है।
अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि जनवरी से अब तक कुल गबन की 1 करोड़ की राशि वसूल कर राजस्व में जमा की जा चुकी है। 1 करोड़ की राशि गबन के मामले में अभी वसूली किया जाना शेष है। अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि जल्द से जल्द पूरी राशि वसूल की जाएगी।
आज सरायपाली जनपद के जिन 6 पूर्व सरपंच को गिरफ्तार किया गया उनमे नवरंगपुर की कमलिनी भोई, बनोभांटा के सुकल सिंह बरिहा, नूनपानी की गिरजा नन्द, भिखापाली की भूरी बाई, बंदलीमाल की सौदामिनी प्रधान और चारभांटा के तोषराम नायक शामिल है. जबकि 3 सचिव दिनेश बारीक़ (सचिव, नूनपानी तत्कालीन), नेतराम ठाकुर (तत्कालीन सचिव, अमरकोठ ), अशोक यादव (तत्कालीन सचिव, भिखापाली) शामिल है।
अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि जेल जाने के डर से बंदलीमाल की सौदामिनी प्रधान, चारभांटा के तोषराम नायक, भीखापाली की भूरीबाई और बनोभांटा के सुकल सिंह बरिहा ने तत्काल पूरी राशि जमा कर दी। जबकि नूनपानी की गिरजा नन्द ने 30 हजार और नवरंगपुर की कमलिनी भोई ने 20 हजार रुपये राशि जमा करवाई है। इन दोनों ने बाकि की रकम को सप्ताह भर के भीतर जमा करने का आश्वाशन दिया जिसके बाद इन्हें जमानत पर रिहा किया गया है।
इसके अलावा सचिव अशोक यादव ने 31 हजार रुपये जबकि अन्य दो सचिवों ने कुछ राशि देकर अपने वेतन से कटवाने की बात कही है।
अनुविभागीय अधिकारी कुणाल दुदावत ने बताया कि कमलिनी भोई और सुकल सिंह बरिहा के वसूली के कारनामों को देखते हुए धारा 92(5) के तहत पंचायत का सदस्य होने के लिए 6 वर्ष तक अयोग्य घोषित किया गया है। जिसके बाद कमलिनी भोई और सुकल सिंह बरिहा 6 वर्ष तक पंचायत चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।