Johar36garh News|मरवाही विधानसभा उपचुनाव में आख़िरकार कांग्रेस ने बाजी मार ली, वोट का अंतर् भी दोगुना था| इससे साफ है की मरवाही की जनता ने मौजूदा सरकार पर भरोसा जताया है वही दूसरी ओर तमाम सुनहरे मौको के बाद भी बीजेपी की रणनीति सफल नहीं हो पाई | जबकि चुनाव के आखिरी समय में जोगी कॉग्रेस ने भी बीजेपी का समर्थन किया था, लेकिन इसका खासा असर कांग्रेस पर नहीं पड़ा| मरवाही उपचुनाव को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि अब 70 सीटों के साथ एक चौथाई बहुमत में आने वाली सरकार बनने जा रही है।
कांग्रेस प्रत्यशी केके ध्रुव को कुल 83,372 वोट मिले। जबकि बीजेपी प्रत्याशी डॉ गंभीर सिंह को कुल 45,240 वोट मिले हैं| दोनों में जीत अंतर 37952 वोट का रहा है | आपको बता दे की 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के लिए तत्कालीन भाजपा विधायक रामदयाल उइके ने इस्तीफा देकर मरवाही की सीट खाली किया। जोगी रिकॉर्ड मतों से जीते। 2003 के चुनाव में जोगी को 76269 वोट मिले थे और बीजेपी के नंदकुमार साय को 22119 को वोट। 2008 में जोगी को 67523 वोट व बीजेपी के ध्यान सिंह पोर्ते को 25431 मत मिले। 2013 में अमित जोगी ने बीजेपी की समीरा पैकरा को 46 हजार वोटों से हराया। 2018 में जोगी को 74041 वोट मिले और बीजेपी की अर्चना पोर्ते 27579 वोट के साथ दूसरे स्थान पर रही। कांग्रेस के गुलाब सिंह राज को 149170 में से 20040 वोट मिले। वे जमानत नहीं बचा पाए थे।
मरवाही का उपचुनाव महज विधायक चुनने का चुनाव नहीं था बल्कि यह मरवाही के साथ बीते 18 सालों तक हुए छल को जनता द्वारा लोकतांत्रिक जवाब देने की परीक्षा थी।
मुझे खुशी है कि मरवाही की जनता ने इस परीक्षा को प्रचंड बहुमत से उत्तीर्ण किया है।
डॉ के. के ध्रुव जी को बधाई एवं शुभकामनाएं। pic.twitter.com/ZNYulJV3ZV
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 10, 2020