जांजगीर जिला में पैसे डबल करने का झांसा देकर पति,पत्नी और माँ ने आसपास के ग्रामीणों से 11 लाख 20 हजार रूपये ले लिए| पैसे मांगने पर वे आना कानी करने लगे, फिर घर से फरार हो गए| इस तरह कई ग्रामीणों को उन लोगों ने अपना शिकार बनाया था| शिकायत के बाद पुलिस ने कई ठिकानों पर दबिश देकर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया| मामला नवागढ़ थाना का है| आरोपियों के खिलाफ धारा 409,420, 34 तहत कार्यवाही की जा रही है|
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार केरा निवासी रोशन महंत के द्वारा दिनांक 16.03.2023 को थाना नवागढ़ में रिपोर्ट दर्ज कराया था | जिसमे बताया था की ग्राम केरा के संतोष दास महंत, पत्नी जगरबाई महंत एवं मां जानकी महंत अपनी जान पहचान का फायदा उठाते हुए 12 फरवरी 22 को उसके घर पहुंचे | उन्होंने उसे कहा की बैंक का एक अच्छी स्कीम आई है। जिसमें ज्यादा ब्याज मिलता है। उसके पास पैसा जमा करा दो तो उसे वह बैंक में जमा कर देगा| जिससे उसे ज्यादा ब्याज मिलाकर पैसा वापस करेगा| जिस पर रोशन ने फरवरी से सितम्बर 2022 तक किस्त-किस्त करके दो लाख रूपये बैंक में जमा करने को दिया। जब उसने पैसे मंगा तो वह नहीं दिया टाल मटोल करने लगा। जब बैंक में पैसा जमा करने का रसीद और बैंक का पास बुक मांगा तो आरोपी ने रसीद व पास बुक नहीं दिया और टाल मटोल करने लगा। 23 फ़रवरी 2023 को मैं फिर से संतोष के घर गया तो उसकी पत्नी जगर बाई और संतोष की मां जानकी बाई घर पर नहीं थे। घर में ताला लगाकर चले गये थे। फिर पता चला कि वे लोग गांव के अन्य लोगों के साथ भी धोखाधड़ी किया गया है।
आरोपी संतोष दास द्वारा लोगों के बैंक लोन संबंधी कागजात को अपने ससुराल घर ग्राम गेवरानी जिला बलौदा- बाजार में छिपाकर बताने से आरोपी के मेमोरेण्डम कथन के आधार पर ग्राहकों के बैंक लोन संबंधी कागजात एवं अन्य दस्तावेजों को जब्त किया गया है। आरोपियों द्वारा ग्राहकों के लोन लिए 8 बैंक जिसमें बंधन, आशीर्वाद, इसाब, जाना, क्रेडिट एक्सेस ग्रामीण लिमिटेड, केस फॉर माइक्रो क्रेडिट, एलएनटी एवं फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस से लोन संबंधी पासबुक एवं दस्तावेज अपने कब्जे में रखे थे जिसे जप्त किया गया।आरोपी संतोष दास महंत उम्र 38 वर्ष, जगर बाई महंत एवं जानकी बाई महंत को दिनांक 19.03.23 को गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों को गिरफ्तार करने में निरीक्षक विवेक कुमार पाण्डेय, सउनि सुरेन्द्र कश्यप, म.प्र.आर. स्वाती गिरोलकर, आरक्षक शिवभोला कश्यप, बलराम यादव, विरेन्द्र सूर्यवंशी एवं साईबर सेल टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।