जांजगीर जिला के पामगढ़ में तहसीलदार की टीम ने मंगलवार की दोपहर बिना नोटिस के आधा दर्जन घरों को तोड़ दिया| जिससे वहां रहने वाले महिला व बच्चे बेघर हो गए। आक्रोशित महिलाओं ने आज एसडीएम कार्यालय के बाहर चूल्हा बना कर खाना बनाने लगे कुछ देर बाद भी कार्यालय परिसर के अंदर चले गए और वही खाना बनाने लगे जिसे एसडीएम ने बाहर फिकवा दिया | साथ ऐसा नहीं करने की हिदायत दी|
इस संबंध में एसडीएम आरके तंबोली ने बताया कि सरपंच सचिव और ग्राम वासियों द्वारा शिकायत की गई थी कि शमशान की जमीन पर अवैध निर्माण किया जा रहा है| जिसे लेकर गांव वालों व सरपंच की उपस्थिति में तहसीलदार ने बुलडोजर से तोड़ दिया। लोगों का आरोप है कि तोड़ने से पूर्व में कोई नोटिस नहीं दिया गया था मंगलवार की दोपहर अचानक आए और उनके घरों में बुलडोजर चला दिया| जिससे उनका सारा सामान तहस-नहस हो गया और वह बेघर हो गए| जिसके बाद उन्हें सद्भावना भवन में रुकने के लिए व्यवस्था की गई थी देर शाम वहां की भी लाइट काट दी गई| बड़ी मशक्कत के बाद वहां लाइन जोड़ी गई| आज सुबह सभी पीड़ित एसडीएम कार्यालय पहुंच गए और फिर वही कार्यालय के बाहर ही खाना बनाना शुरू कर दिए। जिस पर एसडीएम ने उन्हें चर्चा के लिए बुलाया लेकिन पीड़ित पक्ष से कोई नहीं गया। कुछ देर बाद कार्यालय के अंदर परिसर में चूल्हा जलाना शुरु कर दिए। जिसे एसडीएम ने बाहर फिकवा दिया। साथ ही ऐसा नहीं करने की उन्होंने हिदायत दी।
पीड़ित पक्ष ने बताया कि वहां पिछले 20 सालों से निवास कर रहे हैं वहां पर कोई श्मशान घाट नहीं था| कुछ लोग खेत के सामने मृतकों को दफनाया करते थे। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण इनके घर को तोड़ा गया है| कुछ घर श्मशान घाट के काफी दूर बनाया गया था वहां पर बहुत सारे घर बने हुए हैं किंतु कुछ ही घरों को ही तोड़ा गया है| उन्हें सामान निकालने का भी समय नहीं दिया गया। नहीं कोई नोटिस भेजा गया जिसे उनका सारा सामान तहस-नहस हो गया | अबे सड़क पर आ गए हैं। इसकी शिकायत उन्होंने एसडीएम कार्यालय और कलेक्टर के पास भी की है।