बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) में बच्चा बदलने का मामला सामने आया है. यहां विजयी छपरा गांव की चंचला कुमारी ने नॉर्मल डिलीवरी से बच्चे को जन्म दिया. परिजन को नर्स ने लड़का होने की जानकारी दी. यह सुनते ही घरवालों में खुशी की लहर दौड़ गई और बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया. लेकिन जब प्रसूता और नवजात को लेकर परिवार घर पहुंचा, तो देखा गया कि बच्चा लड़की है. इसके बाद परिजन ने अस्पताल पहुंचकर जमकर हंगामा किया और नर्सिंग स्टाफ पर बच्चे को बदलने का आरोप लगाया.
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन शुरू की. शुरुआती जांच में बेड हेड टिकट (BHT) पर नवजात के लड़का होने की एंट्री दर्ज पाई गई. परिजन इसी आधार पर बच्चे की अदला-बदली का आरोप लगा रहे हैं.
एसडीपीओ अस्पताल पहुंचीं
मामले की जानकारी मिलने पर एसडीपीओ विनीता सिन्हा अस्पताल पहुंचीं और नाइट शिफ्ट में तैनात नर्सिंग स्टाफ बेबी कुमारी, राजवंती कुमारी और चंद्रमणि कुमार से पूछताछ की. उन्होंने बताया कि सोमवार रात एक ही समय में कई प्रसूताओं ने बच्चे को जन्म दिया था. चंचला कुमारी ने लड़का जन्मा था, वहीं लगभग उसी समय अन्य महिलाओं ने बेटियों को जन्म दिया. इसी दौरान गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है.
परिजन का कहना है कि अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद घर जाकर उन्होंने पाया कि बच्चा लड़का नहीं, बल्कि लड़की है. इस पर उन्होंने दोबारा अस्पताल में आकर बेड हेड टिकट की मांग की.
क्या बोले अस्पताल के उपाधीक्षक?
एसकेएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ. सतीश कुमार सिंह ने बताया कि, बच्चा बदलने की शिकायत मिली है. बीएसटी पर लड़का दर्ज है, लेकिन परिजनों के पास बेटी कैसे पहुंची, यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा.
वहीं, एसडीपीओ विनीता सिन्हा ने कहा कि बच्चे की अदला-बदली की पुष्टि हुई है. मेडिकल ओपी प्रभारी को FIR दर्ज करने का आदेश दिया गया है. नाइट शिफ्ट में जन्मे सभी नवजात और उनके परिजनों की जांच की जा रही है. गौरतलब है कि 2020 में भी एसकेएमसीएच में बच्चा बदलने की घटना हुई थी. उस समय शिवहर जिले की एक महिला का नवजात NICU में भर्ती था, जिसे एक दूसरी महिला ने बदल लिया था. उस मामले का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था.