बेंगलुरु में राष्ट्रीय राजमार्ग-48 एक भीषण हादसा , जिसमें एक सीईओ के परिवार के 6 लोगों की मौत हुई

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 बेंगलुरु

बेंगलुरु के बाहरी इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग-48 एक भीषण हादसा हुआ, जिसमें एक सीईओ के परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई. एक भारी कंटेनर ट्रक अनियंत्रित होकर उनकी लग्जरी वोल्वो कार पर पलट गया. कार में सवार सभी 6 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. हादसा बेंगलुरु के नेलमंगला में हुआ. हादसे में मृत परिवार के लोग अपनी लग्जरी कार से विजयपुरा जा रहे थे. इस हादसे में परिवार के 2 बच्चे भी मारे गए हैं.

बेंगलुरु में हुए इस हादसे का CCTV फुटेज सामने आ गया है. फुटेज में साफ नजर आ रहा है कि एक ट्रक की कहीं जोरदार टक्कर होती है और फिर इसके बाद वह एक कार पर पलट जाता है. हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर का कहना है कि ट्रक के आगे एक कार थी. टक्कर से बचने के लिए उसने स्टीयरिंग व्हील को सड़क के डिवाइडर की तरफ मोड़ दिया, जिसके कारण दुर्घटना हुई.

हादसे में ट्रक ड्राइवर भी हुआ घायल

पुलिस के मुताबिक डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है. आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जा रहा है. पुलिस का कहना है कि ट्रक ड्राइवर झारखंड का रहने वाला है, जिसका नाम आरिफ है. हादसे में वह भी घायल हुआ है.

दो कार बचाने के चक्कर में हुआ हादसा!

ट्रक ड्राइवर आरिफ का दावा है कि वह 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जा ट्रक चला रहा था. तभी उसके आगे चल रही कार के ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगा दिए. उन्हें बचाने के चक्कर में ही उससे ट्रक का नियंत्रण हट गया. उसने बताया,'कार को बचाने के लिए मैंने स्टीयरिंग व्हील को सड़क के डिवाइडर की तरफ मोड़ दिया. लेकिन फिर मैंने एक और कार देखी और स्टीयरिंग को फिर से बाईं ओर मोड़ दिया. इस वजह से स्टील से भरा कंटेनर गिर गया.'

नहीं थी कार कुचले जाने की जानकारी

पुलिस ने बताया कि ट्रक चालक को इस बात का पता नहीं था कि एक लग्जरी कार उसके ट्रक के नीचे कुचल गई है और इस हादसे में एक परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई है.

भयानक सड़क हादसे में गई जान
येगापागोल और अन्य लोग अपनी नई वोल्वो एक्ससी90 एसयूवी में महाराष्ट्र के अपने गृहनगर सांगली जा रहे थे। सुबह करीब 11 बजे हाईवे के बेंगलुरु-तुमकुरु खंड पर टिप्पागोंडानहल्ली के पास यह भयानक दुर्घटना हुई।

सड़क सुरक्षा को लेकर खड़े हुए सवाल
लोगों ने इतनी महंगी कार को होने के बावजूद सड़क सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर एक यूजर द स्किन डॉक्टर ने लिखा, 'दुनिया की सबसे सुरक्षित कारों में से एक के रूप में प्रसिद्ध वोल्वो XC90 ने 2002 में लॉन्च होने के बाद से यूके में शून्य फैटल एक्सिडेंट दर्ज किए हैं। कल्पना कीजिए कि आप इस कार में इसकी बेजोड़ सुरक्षा के लिए निवेश करते हैं, लेकिन आपको दुखद अंत का सामना करना पड़ता है क्योंकि विपरीत लेन में एक कार अचानक धीमी हो जाती है, जिससे उसके पीछे एक कंटेनर ट्रक नियंत्रण खो देता है, डिवाइडर को पार कर जाता है, और आपको, आपके पति/पत्नी, तीन बच्चों और एक रिश्तेदार को कुचल देता है। वोल्वो की कोई गलती नहीं है, क्योंकि कोई भी कार इतने भारी वजन के नीचे कुचल जाती। बस भाग्य का एक दुर्भाग्यपूर्ण मोड़। दुखद है कि मौत आपको सबसे अप्रत्याशित तरीकों से कैसे पा सकती है, भले ही आपने सुरक्षित रहने के लिए सब कुछ किया हो।'

जमकर बरसे यूजर्स
दुखद मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए एक अन्य यूजर ने कहा, 'आप सुरक्षित कारें बना सकते हैं, लेकिन भारत सबसे असुरक्षित सड़कें बनाएगा, कुछ सौ रुपये में ड्राइविंग लाइसेंस वितरित करेगा, और राजमार्गों पर अराजकता का शासन करेगा। हर घंटे 19 लोग लापरवाह ड्राइविंग, गड्ढों और एक ऐसी व्यवस्था के कारण मरते हैं जो राजनेताओं के वादों से भी ज़्यादा भ्रष्ट है। भारतीय सड़कें सचमुच भारत के भविष्य को मार रही हैं।'

'सुरक्षित कार खरीद सकते हैं लेकिन सुरक्षित सड़क नहीं'
एक अन्य यूजर ने लिखा, 'आप एक वोल्वो XC90 खरीदते हैं, यह सोचकर कि यह अमरता के लिए आपकी स्वर्णिम टिकट है। फिर किस्मत आपके चेहरे पर हंसती है और एक बदमाश कंटेनर ट्रक "डक द बॉल" का अंतिम खेल खेलता है। बाजार में सबसे सुरक्षित कार खरीद सकते हैं लेकिन रोड सेफ्टी नहीं। आप सबसे मंहगी और अच्छी लाइफ जैकेट खरीद सकते हैं लेकिन स्वीमिंग पूल ही खराब हो तो आप मौत से कैसे बच सकते हैं?'

सुरक्षित ड्राइविंग को बढ़ावा देने वाले एक्स हैंडल ड्राइवस्मार्ट ने दुर्घटना स्थल से तस्वीर पोस्ट की। इसमें लिखा, 'यह तस्वीर एक अनुस्मारक है कि सड़क पर अकेले महंगी सुरक्षित कार से सुरक्षा नहीं मिलती। सुरक्षित सड़कें + सुरक्षित चालक + सुरक्षित कार ये तीनों सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं। सुरक्षा मानकों के सभी ट्रायल में पास इस वॉल्वो में बैठे सभी यात्रियों की जान चली गई।'