आपने पवित्र संविधान बनाया

दुखों की साया में जो पला,
गरीबों को जो किया भला।
प्रताड़ित से जुझा जिसने,
वही छुआछूत को मिटाया।
जय हो भीम अम्बेडकर बाबा,
आपने पवित्र संविधान बनाया।

कानून को जिसने पढ़ा,
असली शिक्षा को गढ़ा।
पढ़ने का अधिकार दिया,
दलित शोषित को ऊपर उठाया।
जय हो भीम अम्बेडकर बाबा,
आपने पवित्र संविधान बनाया।

जो थे सूर्य का प्रतीक ,
जिसकों सभी ने जाना।
भारत के ही नही अपितु,
विदेशियों ने भी अपनाया।
जय हो भीम अम्बेडकर,
आपने पवित्र संविधान बनाया।

मानवों को शक्ति देकर,
संविधान का अधिकार दिलाया।
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई को,
समतामूलक का पाठ पढ़ाया।
जय हो भीम अम्बेडकर,
आपने पवित्र संविधान बनाया।


रचनाकार डीजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
मिडिल स्कूल पुरुषोत्तमपुर,बसना
जिला महासमुंद (छ.ग.)

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