जांजगीर जिला पामगढ़ नगर पंचायत में शासन प्रशासन और व्यापारियों की उदासीनता के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी पामगढ़ के मिनी स्टेडियम में फटाका बेचने के लिए बड़ी संख्या में दुकानों को अस्थाई तौर पर लगाए गए थे।
जिसे व्यापारियों ने दीपावली के रात ही दुकान उठाकर चले गए। लेकिन अपने पीछे भारी मात्रा में अवशेष छोड़ गए। जिसे आज तलक साफ नहीं कराया गया है। आलम यह है कि पूरा स्टेडियम गंदगी से पटा हुआ है। पामगढ़ क्षेत्र का यह इकलौता स्टेडियम होने के वजह से सुबह शाम युवा बुजुर्ग खिलाड़ी और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में अभ्यास करने के लिए यहां पहुंचते हैं।
प्रशासन इस बात को भली भांति जानकारी होने के बाद भी इस जगह की सफाई नहीं कराई है जिससे मैदान में प्रतिदिन आने वाले लोगों में काफी रोष देखने को मिला। उन सभी लोगों का यही कहना था कि शासन प्रशासन और व्यापारी अपना मुनाफा कमाने के बाद हमारे लिए गंदगी छोड़ गए।
जो की सोचने वाली बात है। किसी कार्य के लिए अगर इस स्टेडियम का उपयोग किया जाता है तो उनकी यह जिम्मेदारी बनती है कि वापस इस मैदान की साफ सफाई भी करें ताकि यहाँ आने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। इन कचरो के ढेर में कहीं कांच की बोतल टूटी हुई है तो कहीं भारी मात्रा में ईंट पत्थर पड़े हुए हैं जो पॉलिथीन में दबे हुए हैं| जिससे दौड़ने और टहलने के दौरान किसी भी को चोट लग सकती है। लेकिन इन बातों से शासन प्रशासन और व्यापारियों को क्या, वे अपना मुनाफा कमाकर यहां से चले गए।
फटाका खरीदने आए लोगों और व्यापारियों का कहना था कि इस वर्ष शासन प्रशासन बड़ी मुस्तैदी के साथ प्रतिदिन दुकानों का बहुत कढाई से निरीक्षण करने आई थी। वह भी अब दुकान हटाने के बाद इस मैदान का रास्ता भूल गए हैं। उनको चाहिए था कि जिस प्रकार इन जगहों पर दुकानों का संचालन कराया गया था तो दुकान हटाने के बाद भी यहां का निरीक्षण करना चाहिए था।