जयपुर.
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर अचानक अंजलि बिरला ट्रेंड करने लगी थीं। सोशल मीडिया एक्स पर तो टिप्पणियों की बाढ़ आ गई थी। यूजर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि के यूपीएससी सिलेक्शन पर सवाल उठा रहे थे। इसी मामले को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने गूगल और एक्स को इस तरह की अनर्गल टिप्पणियां हटाने के निर्देश दिए हैं।
ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष बनने और यूपीएससी की सिलेक्शन प्रक्रिया पर उठ रहे सवालों के बीच अचानक सोशल मीडिया पर अंजलि ट्रेंड करने लगी थीं। अंजलि के बारे में अनर्गल बातें की जा रही थीं। किसी ने उन्हें मॉडल बताया तो किसी ने दावा किया कि उन्होंने बिना कोई पेपर या इंटरव्यू दिए ही पहले प्रयास में यूपीएससी पास कर ली और आईएएस अधिकारी बन गईं। यह भी दावा किया गया कि पिता के प्रभाव की वजह से अंजलि को यह लाभ मिला। हालांकि इन सारी बातों में कोई भी सचाई नहीं थी। अंजलि ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज से राजनीति विज्ञान (ऑनर्स) की पढ़ाई की है। जस्टिस नवीन चावला ने अंजलि बिरला की ओर से दाखिल मानहानि के मुकदमे में अज्ञात पक्षों को कथित मानहानिकारक सामग्री को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पोस्ट करने, प्रसारित करने, संचारित करने, ट्वीट करने या रीट्वीट करने पर भी रोक लगाई है। साथ ही सभी मध्यस्थों (गूगल, एक्स आदि) को 24 घंटे के भीतर आपत्तिजनक सामग्री हटाने के निर्देश दिए हैं, साथ ही इस संबंध में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय से चार हफ्ते में जवाब मांगा है।
कौन हैं अंजलि
अंजलि बिरला लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की छोटी बेटी हैं। ओम बिरला कोटा से सांसद हैं और अंजलि ने 12वीं तक की पढ़ाई कोटा में ही सोफिया स्कूल से की थी। इसके बाद दिल्ली आकर उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज से डिग्री ली और इसी दौरान यूपीएससी की तैयारी शुरू की। 2019 में उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल परीक्षा दी थी। मेंस परीक्षा में अंजलि को 777 और इंटरव्यू में 176 अंक मिले थे, उनके कुल 953 अंक थे। यह उन्होंने पहले प्रयास में हासिल किए थे। इस आधार पर उन्हें भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा (IRPS) अधिकारी बनाया गया था और वे रेल मंत्रालय में ही कार्यरत हैं।
UPSC की साइट पर है जानकारी
अंजलि की योग्यता पर सवाल उठाने वालों ने बिना सच जाने ही किसी वायरल कंटेंट को शेयर कर दिया। यूपीएससी ने 2019 की परीक्षा का परिणाम चार अगस्त 2020 को जारी किया था। आयोग हर बार एक रिजर्व लिस्ट तैयार करती है। इसमें 829 अभ्यर्थियों का नाम था, जिनमें से 89 को कार्मिक विभाग पर चुना गया था। इनमें अंजलि का नाम भी शामिल है। यूपीएससी की वेबसाइट पर यह रिजल्ट मौजूद है। गौरतलब है कि इस मामले में महाराष्ट्र साइबर सेल ने यूट्यूबर ध्रुव राठी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी। उन पर अंजंलि के खिलाफ मानहानिकारक टिप्पणी सोशल मीडिया पर करने का आरोप है।