दरअसल 28 सितंबर को कसेकेरा गांव में अपने ही बेडरूम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 32 वर्षीय खेम बाई का शव संदिग्ध अवस्था में मिला था. मायके वाले की मांग पर पुलिस ने जांच शुरू की तो हैरान कर देने वाला कारण सामने आया. मृतिका का पति गोबिंद ध्रुव ही पत्नी का हत्यारा निकला. घटना स्थल की फोरेंसिक जांच और परस्थिति जन्य साक्ष्य पति की ओर इशारा कर रहा था. पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो पति ने गला दबाकर हत्या करने की बात कही.
आरोपी ने बताया कि रात 12 बजे के आसपास उसे दोबारा शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा जाहिर हुई. पत्नी मना करती रही, इसी बीच पत्नी ने हाथों से गुप्तांग में मार दिया. हवस के नशे में चूर पति का गुस्सा दोगुना बढ़ गया. उसने होश हवास खो बैठा और पत्नी का गर्दन अपने हाथों से दबाकर उसकी जान ले ली.
मायके में नौकरी करती थी मृतका
खेम बाई का मायका पीपरछेड़ी है. वह वहीं आंगनबाड़ी की नौकरी करती थी. आरोपी पति गोविंद की खेम के साथ दूसरी शादी थी. पहली पत्नी ढाई साल पहले तलाक देकर भाग गई थी. पति किसानी काम करता है.दो साल पहले ही मृतका से शादी हुई थी, लेकिन खेम अपने नौकरी का हवाला देकर ससुराल के बजाए मायके में ज्यादातर रहती थी. महीने में 5, 6 दिन पति को समय दे पाती थी. दोनों के कोई संतान भी नहीं थे, जबकि आरोपी वंश वृद्धि के लिए संतान चाहता था. समय न दे पाने को लेकर दोनों के बीच मामूली विवाद होता था.
विधिवत कार्रवाई कर आरोपी को जेल भेजा जाएगा : एसडीओपी
इस मामले में एसडीओपी निशा सिन्हा ने बताया कि आपसी विवाद के कारण आरोपी ने पत्नी का गला दबाकर हत्या करना स्वीकार किया. विधिवत कार्रवाई कर आरोपी को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है.