ऑकलैंड
ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन ने लियोन ने डब्ल्यूटीसी के दो-वर्षीय प्रारूप को भी बेहतर बताया, इसको लेकर उनका कहना है कि यह अन्य क्रिकेट प्रतियोगिताओं से अलग है क्योंकि इसमें टीमों को लंबे समय तक लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होता है। लियोन ने कहा, यह टूर्नामेंट का खेल नहीं है। आप केवल सेमीफाइनल में पहुंचकर दो गेम हारकर या कुछ और करके नहीं रह सकते। आपको चक्र के दो वर्षों में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। उन्होंने कहा, एक चीज जो मैं देखना चाहता हूं, वह यह कि मैं विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल संभावित रूप से तीन मैचों की सीरीज में देखना चाहता हूं।
यह थोड़ा बेहतर हो सकता है क्योंकि आप संभावित रूप से एक सत्र में टेस्ट मैच का उपयोग करके हार सकते हैं, जहां तीन मैचों की सीरीज में टीमों को अपना दबदबा दिखाने और 3-0 से जीतने का मौका दे सकता है। वैसे भी हमारे पास समय की कमी है और यह एक चुनौती होगी, लेकिन यह एक चीज है जिसे मैं बदलना चाहूंगा। उन्होंने कहा, आप संभावित रूप से इंग्लैंड में एक, भारत में एक, ऑस्ट्रेलिया में एक खेल सकते हैं, इसलिए आपके पास सभी अलग-अलग स्थितियां हैं, लेकिन जाहिर है इसका समय सब कुछ बदल देता है। मुझे नहीं लगता कि हम अगस्त के मध्य में एमसीजी पर उतरेंगे, बस इसे वहां रख रहे हैं।
लियोन ने जोर देकर कहा कि डब्ल्यूटीसी प्रारूप व्यक्तिगत श्रृंखलाओं में डेड रबर की संभावना को दूर करता है, यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक मैच महत्वपूर्ण और प्रतिस्पर्धी बना रहे, जिसमें दो साल के चक्र के भीतर प्रत्येक अंक का महत्व हो। इस क्रिकेटर ने कहा, ओह, हां। मैं बस इतना कहूंगा कि यह (विश्व टेस्ट चैंपियनशिप) टेस्ट क्रिकेट का शिखर है। लोग कहते हैं कि कभी-कभी जब आप तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से आगे हो जाते हैं या जो भी हो, यह एक बेजान रबर होता है पर मुझे लगता है कि अब कोई बेजान रबर नहीं है। लियोन ने डब्ल्यूटीसी को टेस्ट क्रिकेट का विश्व कप बताया है जिससे लिए टीमों को काफी मैच खेलने पड़ते हैं।