पाली: चेहरे को कपड़े से बांधकर गांव से गुजरना एक महिला को भारी पड़ गया, गांव के लोगों ने उसे बच्चा चोर समझकर घेर लिए, लोगों से घिरी महिला कुछ बोल नहीं पाई और लोगों ने धक्कामुक्की शुरू कर दी इस बीच पहुंची पुलिस ने महिला को अपने साथ थाने लेकर आई तब महिला की जान बची| यह मामला कोरबा जिले के पाली थाना क्षेत्र के पोड़ी गांव का है। करीब दोपहर तीन बजे गांव के लोगों ने करीब 38 साल की एक महिला को देखा। बताया जा रहा है कि महिला का मायका रजकम्मा व ससुराल सुतर्रा में है। वर्तमान में वह चैतमा निवासी अपनी बहन के साथ रहती है। दशहरा के दिन उसे पोड़ी के संजय गोंड़ दशहरा दिखाने अपने साथ ले गया था। काफी रात हो जाने से वह संजय गो़ंड के घर रही। शुक्रवार की सुबह को संजय गो़ंड गाड़ी में पेट्रोल डलाने की बात कह घर से निकला, पर वह वापस नहीं लौटा। तब महिला पैदल ही घर से वापस चैतमा लौट रही थी। इस महिला को सिर ढंक कर जाते देख कुछ लोगों ने पूछताछ की, लेकिन उसने कुछ भी नहीं बताया। इस वजह से बच्चा चोर होने का संदेह ग्रामीण जताने लगे और जंगल में लगी आग की तरह यह बात फैल गई। कुछ ही देर में सैकड़ों लोग वहां एकत्रित हो गए और उसके साथ धक्कामुक्की किए जाने लगा। इस बीच किसी ने पाली पुलिस को सूचना दी। स्थिति को भांपते हुए पुलिस कर्मी तत्काल मौके पर पहुंचे और महिला को सुरक्षित थाना ले आए। पूछताछ करने पर पता चला कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। दशहरा के दिन अपने भाई संजय के साथ घर से निकलने की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस की टीम ने सकुशल महिला को चैतमा उसके परिजनों के पास छोड़ कर आई। इस तरह एक बड़ी दुर्घटना टल गई। आपको बताना लाजमी हो की रतनपुर में पहले ही बच्चा चोर घूमने की अफवाह उड़ी थी, यह अफवाह पोड़ी तक पहुंच गई थी।