Johar36garh (Web Desk)| मध्यप्रदेश भोपाल के मंदाकिनी कॉलोनी के एक मकान में काम करने पहुंची महिला को उसके पति ने सोमवार सुबह चाकू से ताबड़तोड़ दस वारकर मार डाला। वारदात के बाद कॉलोनी में दहशत फैल गई। अपने दो मासूम बच्चों के सामने की गई आरोपी की करतूत घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। वह दोनों बच्चों को साथ लेकर यहां पत्नी को मनाने पहुंचा था, क्योंकि महिला करीब 23 दिन से उससे अलग रह रही थी। सोमवार सुबह 8:30 बजे ये सनसनीखेज वारदात मंदाकिनी कॉलोनी के सुनील चौरसिया के घर हुई।टीआई अनिल बाजपेयी के मुताबिक सुनील के घर ए-सेक्टर, दामखेड़ा निवासी 35 वर्षीय श्यामा यादव साफ-सफाई करने आई। तभी उसका पति शोभाराम चार व छह साल के अपने दोनों बच्चों को लेकर यहां आ गया। श्यामा को आवाज दी और बात करने के लिए बाहर बुलाया। घर में आए दिन हो रहे कलह के कारण श्यामा 22 फरवरी से किसी और के साथ ललिता नगर में रह रही थी।शोभाराम पत्नी को साथ ले जाना चाह रहा था। उसने इनकार किया तो शोभाराम ने दोनों बच्चों से मां की बात करवाई। इनकार करते हुए वह घर में चली गई। इससे नाराज होकर वह सुनील के घर में घुस गया और चाकू से श्यामा पर ताबड़तोड़ 10 वार कर दिए। बाद में गला रेता और फरार हो गया।
मकान मालिक सुनील चौरसिया ने कहा कि सुबह करीब सवा आठ बजे मैं जगा ही था। पत्नी संगीता और बच्चे डुप्लेक्स की पहली मंजिल पर थे। श्यामा नीचे वाले फ्लोर पर काम कर रही थी। कुछ देर बाद अचानक शोर सुनकर हम नीचे की ओर दौड़े तो देखा कि श्यामा खून से लथपथ पड़ी थी। आरोपी की ये करतूत हमारे यहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। कुछ मिनट बाद कोलार पुलिस भी आ गई। उस वक्त श्यामा की सांसें चल रही थीं। चादर में लपेटकर उसे 108 एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया, जहां श्यामा ने दम तोड़ दिया। इससे पूरी कॉलोनी में दहशत फैल गई।एसआई एबी मसकोले के मुताबिक शोभाराम कलियासोत नदी की ओर भागा था। मैं सब इंस्पेक्टर जयकुमार सिंह के साथ उधर भागा। इस बीच टीआई सर ने कॉल किया कि उसे पुल के पास देखा गया है। हम पुल पर पहुंचे तो वह हमें देखकर भागने लगा। उसे बोला कि रुक जा, नहीं तो गोली मार देंगे, लेकिन नहीं रुका। पास में ही नदी पर काफी लोग नहा रहे थे। हमें देख, वो लोग भी गफलत में भागने लगे। इस बीच शोभाराम झाड़ी में छिप गया। तब तक एसआई गजेंद्र जौहरिया भी आ गए। घटनास्थल से दो किमी दूर अमरनाथ कॉलोनी के पास ब्रिज के नीचे उस पर दोबारा नजर पड़ गई। दो घंटे तक दौड़ने के बाद वो और हम सभी थक चुके थे, लेकिन आखिरकार उसे पकड़ ही लिया। (एजेन्सी)