Johar36garh (Web Desk)| छत्तीसगढ़ दंतेवाड़ा के एक पिता की बेबसी विडिओ कलिंग में साफ दिखाई दे रही थी, वह अपने मासूम बेटे को आखरी बार सीने से लगाना तो दूर अंतिम यात्रा में भी शामिल नहीं हो पाए। वीडियो कॉलिंग पर अंतिम बार देखा और बिलख पड़े। बोले- लव यू बेटा, मुझे माफ करना। मैं तुमसे मिलने नहीं आ सका। यह नजारा देख यहां मौजूद हर किसी की आंखों में आंसू छलक पड़े।
घोटपाल गांव के रहने वाले राजकुमार नेताम एसएसबी में हवलदार हैं। वे इन दिनों नेपाल बॉर्डर पर ड्यूटी कर रहे हैं। राजकुमार 14 सालों से परिवार से दूर रहकर देश की सेवा कर रहे हैं। उनकी दो बेटियां हैं, आदित्य (1 साल) इकलौता बेटा था। आदित्य कुछ महीने से ट्यूमर की समस्या से जूझ रहा था। जनवरी में बेटे के इलाज के लिए राजकुमार घोटपाल आए थे। उसे लेकर हैदराबाद भी गए। आदित्य ठीक हो गया था, लेकिन बुधवार को अचानक तबियत बिगड़ी। परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर गए, जहां गुरुवार को उसकी मौत हो गई। राजकुमार को जब बेटे की नाजुक हालत का पता चला तो उन्होंने घर आने की कोशिश की। लेकिन लॉकडाउन के चलते यह संभव न हो सका। अगले दिन उन्हें आदित्य की मौत की खबर मिली। (एजेन्सी)