Saturday, December 7, 2024
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भारत में हर दूसरा बच्चा कुपोषण का शिकार है ! UNICEF की आज जारी हुई रिपोर्ट में हुए चौकानें वाले ख़ुलासे .. !!

भारत में हर दूसरा बच्चा कुपोषण का शिकार है। यूनिसेफ की सोमवार को जारी हुई रिपोर्ट यह चौंकाने वाले आंकड़े पेश करती है। यह हालात तब हैं जबकि देश में हर साल 1 लाख करोड़ का अनाज बर्बाद हो जाता है। पूरी दुनिया को 2030 तक भुखमरी से मुक्ति दिलाने का संकल्प लिया गया है। संयुक्त राष्ट्र के इस लक्ष्य से भारत भी जुड़ा है इसलिए देश को भुखमरी मुक्त करने के लिए सरकार के पास 11 साल का ही समय बाकी है। इतने कम समय में बड़ा लक्ष्य पाने के लिए जरूरी है कि देश में गरीब-अमीर के बीच की खायी पटे, भोजन व्यर्थ न हो।

यूनीसेफ रिपोर्ट में पांच चिंताजनक खुलासे-

1. विश्वभर में दो अरब लोगों का खानपान ठीक नहीं हैं, जिससे मोटापा, हृदय संबंधी बीमारी और मधुमेह की बीमारियां बढ़ रही है।
2. फार्मूला मिल्क की बिक्री विश्वभर में 40 प्रतिशत बढ़ी है। छह माह से कम आयु के हर पांच में से केवल दो शिशुओं को ही केवल मां का दूध मिल रहा है।
3. विश्वभर में पांच साल से कम आयु के करीब 70 करोड़ में से एक तिहाई बच्चों पर जीवनपर्यन्त स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त रहने का खतरा है।
4. गरीब देशों में चार साल या इससे भी कम आयु के 14 करोड़ 90 लाख बच्चों का कद अब भी अपनी आयु के हिसाब से छोटा है।
5. विश्वभर में पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में से करीब आधे बच्चों को आवश्यक विटामिन और खनिज नहीं मिल रहे।

बेहाली-

1. भूख सूचकांक में 102वें स्थान पर भारत-
वैश्विक भूख सूचकांक-2019 में भारत की दैयनीय स्थिति दर्शाती है कि दुनिया की महाशक्ति बनने के लिए उसे 117 देशों की इस सूची में ऊपर आना होगा। यह सूचकांक बताता है कि देश में कुपोषण, बाल कुपोषण, बाल मृत्युदर और बच्चों में बौनापन की स्थिति गंभीर है।

2. 19 करोड़ लोग हर रात भूखे सोते हैं
संयुक्त राष्ट्र के भोजन व कृषि संगठन की रिपोर्ट ‘दुनिया में खाद्य सुरक्षा और पोषण की स्थिति – 2019’ के अनुसार, दुनियाभर में सबसे ज्यादा 14.5 प्रतिशत यानी 19.44 करोड़ कुपोषित भारत में हैं। ये वे लोग हैं जिन्हें दोनों वक्त का भोजन नसीब नहीं है, इनमें से ज्यादातर को भूखे ही सो जाना पड़ता है।

3. देश में हर दिन 3000 बच्चे कुपोषण से मर रहे-
संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक पोषण रिपोर्ट-2018 बताती है कि देश में हर दिन 3000 बच्चों की कुपोषण से जुड़ी बीमारियों के कारण मौत हो जाती है। यह स्थिति तब है जबकि दुनिया में भारत भैंस का सबसे बड़ा दूध उत्पादक है और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सब्जी, फल व मछली उत्पादक देश है।

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