भोपाल मेट्रो ने पकड़ी रफ्तार: करोंद चौराहे पर जाम से जल्द मिलेगी राहत

भोपाल
भोपाल शहर के बैरसिया रोड पर करोंद क्षेत्र में मेट्रो रेल लाइन का काम तेजी से किया जा रहा है। यहां सड़क के बीचोंबीच बेरिकेड्स लगाने से आए दिन जाम लगता है, ऐसे में लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। यह देखते हुए मेट्रो रेल लाइन के दूसरे चरण में करोंद चौराहा से सीआइएइ (केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान) तक गर्डर लांच करने का काम किया जा रहा है।

इसके तहत बने पिलर पर जल्द ही गर्डर रख दी जाएगी, ऐसे में पिलरों पर गर्डर लांच होने के बाद बेरिकेड्स हटा दिए जाएंगे। इससे जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिल जाएगी। बता दें कि पिछले डेढ़ साल से करोंद में मेट्रो रेल लाइन का काम चल रहा है, अभी सिर्फ पिलर ही खड़े हो सके हैं। घना रहवासी क्षेत्र होने के कारण सुरक्षा को देखते हुए काम किया जा रहा है।
 
आठ से अधिक पिलर खड़े हुए
जानकारी के अनुसार भोपाल में मेट्रो की ऑरेंज लाइन के दूसरे चरण सुभाषनगर से करोंद के बीच का काम तेजी से किया जा रहा है। पिलर खड़े होने की शुरुआत करोंद स्थित सीआईएई के सामने से की गई है। यहां पर आठ से अधिक पिलर खड़े हो चुके हैं। इन पर गर्डर लांच करने की तैयारी की जा रही है, सुरक्षा की दृष्टि से देर रात यह काम किया जा रहा है।

See also  5 माह में 13वीं बार कर्ज़: मोहन सरकार आज बाजार से उठाएगी 4800 करोड़ रुपए

इस दौरान यातायात परिवर्तित कर दिया जाता है। बता दें कि सुभाष नगर डिपो से करोंद तक के मेट्रो रेल लाइन का काम कुल दो चरण में होगा। कुल 8.77 किलोमीटर में से 5.38 किलोमीटर हिस्से में छह एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनेंगे। जिनमें पुल बोगदा, ऐशबाग, सिंधी कालोनी, डीआइजी बंगला, कृषि उपज मंडी और करोंद शामिल हैं।

प्रॉयोरिटी कॉरिडोर के लिए रिपोर्ट का इंतजार
भोपाल मेट्रो के प्रॉयोरिटी कॉरिडोर (सुभाष नगर से एम्स) के लिए कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) की अंतिम 'ओके टू रन' रिपोर्ट का इंतजार है। इसको लेकर सीएमआरएस ने निरीक्षण पूरा कर लिया है, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं मिली है। जैसे ही रिपोर्ट मिलेगी, उस रिपोर्ट के आधार पर ही मेट्रो के संचालन पर निर्णय होगा।