Johar36garh (Web Desk)| छत्तीसगढ़ में कोरोनावायरस का संदिग्ध मिलने के बाद बिलासपुर में सभी मॉल बंद करा दिए गए हैं। वहीं शुक्रवार से चाट-चौपाटी और ठेले भी बंद कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही नवरात्रि में लगने वाले रतनपुर और मल्हार मेले को भी रद्द कर दिया गया है। जिले के स्वास्थ विभाग ने कोरोना की जांच के संदर्भ में दो माह के दौरान 47 लोगों की सैंपलिंग की है। इनमें 4 की जांच रिपोर्ट का इंतजार है और 43 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
सिम्स के संयुक्त संचालक और अधीक्षक ने निर्देश जारी किया है कि 31 मार्च तक सिम्स में कोई भी ऐसा ऑपरेशन नहीं किया जाएगा जो जरूरी न हो। सिर्फ इमरजेंसी केस में ही ऑपरेशन होगा। इसके अलावा आईएमए ने भी डॉक्टरों से कहा कि वह एमआर से मिलना-जुलना बंद करें जिससे मरीज डिस्टर्ब न हो। कोरोना से लड़ने के लिए मस्तूरी, तखतपुर, बिल्हा और कोटा में रेपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है।
मरीजों के बीच रहकर काम करने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मूल वेतन का 10 प्रतिशत जोखिम भत्ता दिए जाने और 50 लाख रुपए का बीमा किए जाने की मांग मुख्यमंत्री से की थी। संघ के कार्यकारी प्रांताध्यक्ष रविन्द्र तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह मांग मान ली है और जोखिम भत्ता दिए जाने तथा बीमा किए जाने का आदेश जारी किया है।
सिम्स की कोरोना ओपीडी में गुरुवार को 3 लोग ऐसे पहुंचे जो कुछ समय पहले ही विदेश यात्रा करके वापस आए हैं। इनमें से 2 सिंगापुर से तथा एक नीदरलैंड से आया है। डॉक्टरों ने जांच करके तीनों को 28 दिन तक घर में ही रहने की सलाह दी है। वहीं जिला अस्पताल की ओपीडी में ओडिशा से आए दो युवक पहुंचे जो सर्दी, खांसी तथा बुखार से पीड़ित थे। इन दोनों मरीजों की जांच करके दवा दी गई और हिदायत दी कि वह भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में न जाएं। (एजेन्सी)