नई दिल्ली (एजेन्सी). कश्मीरी पंडितों के ऊपर घाटी में हुए अत्याचार पर टीवी डिबेट के दौरान भारतीय सेना के रिटायर्ड मेजर जनरल के एक कमेंट पर बवाल शुरू हो गया है. उनकी इस टिप्पणी पर सेना पूर्व अधिकारियों ने भी उनकी जमकर खिंचाई की.
दरअसल रिटायर्ड मेजर जनरल एसपी सिन्हा ने एक न्यूज़ चैनल पर डिबेट के दौरान ‘मौत के बदले मौत’ और ‘बलात्कार के बदले बलात्कार’ कहते हुए पाए गए. उनकी इस टिप्पणी पर साथी पैनलिस्ट समेत महिला एंकर भी बिफर पड़ीं और उन्होंने एसपी सिन्हा को शांत कराने की कोशिश की.
वहीं सोशल मीडिया पर इस टीवी डिबेट के वायरल होने के बाद कुमार विश्वास ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कि जहालत चरम पर है. सबको मसीहा बनने की इतनी जल्दी है कि क़ानून, संविधान-भारतीयता सबको रौंदने पर आमादा हैं.
सिन्हा के इस कमेंट के कारण सेना के पूर्व अधिकारी नाराज हो गए. श्रीनगर स्थित 15 कोर के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन (रिटायर्ड) ने ट्वीट किया कि आतंकवाद-रोधी अभियानों में शामिल लोग जानते हैं कि यह सब क्या है और कभी कभी यह लगता है कि सार्वजनिक मंचों पर नहीं बोलने की पाकिस्तानी सेना की प्रणाली ठीक है. उन्होंने कहा कहा कि ऐसे लागों से बचना चाहिए.
वहीं सैन्य अभियान के पूर्व महानिदेशक तथा अवकाश प्राप्त लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया ने सिन्हा को आड़े हाथों लिया और ट्वीट किया, ‘असंवेदनशील एवं दुर्भाग्यपूर्ण. उन्होंने कहा कि वह इस बात से आश्वस्त हैं कि वह (सिन्हा) कभी आतंकवाद निरोधी अभियान में शामिल नहीं रहे होंगे.
वहीं रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल संदीप परीजा ने कहा कि सिन्हा ने सेना की छवि खराब की है. उन्होंने मांग की कि सिन्हा से मेजर जनरल का रैंक वापस लिया जाए.
जहालत चरम पर है ! सबको मसीहा बनने की इतनी जल्दी है कि क़ानून-संविधान-भारतीयता सबको रौंदने पर आमादा हैं ! ज़िम्मेदारी हमारी-आपकी है कि इस जाहिल शोर को अपने कानों से बाहर फेंक कर इन्हें इनका वांछित न हासिल करने दें! “बलात्कार के बदले बलात्कार” कोई सोच भी कैसे सकता है,बोलना तो दूर😡 https://t.co/WrxIzagh7J
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) November 17, 2019