दिनांक 20.10.22 को प्रार्थी लक्ष्मण सबरिया ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके पिताजी बालाराम सबरिया दिनांक 18.10.22 के शाम 07.00 बजे घर से निकले थे जो आज दिनांक तक वापस नहीं आये थे गांव वालो के माध्यम से डिपरीपारा में अज्ञात शव मिलने की सूचना प्राप्त होने पर अपने पिता के घर वापस नहीं से उसके शव होने की आशंका पर डिपरीपारा गया, उक्त शव को देखने पर प्रार्थी द्वारा अपने पिता श्री बालाराम सबरिया के रूप में शिनाख्त किया गया जिसके सिर पर गंभीर चोंट लगा होना एवं किसी अज्ञात ब्यक्ति द्वारा हत्या करना प्रतीत हुआ। प्रार्थी के पिताजी का पारिवारिक भाई शंकर गोंड के साथ 4-5 दिन पूर्व जमीन के कब्जे को लेकर झगड़ा हुआ था एवं उसी के द्वारा हत्या करने की आशंका होने पर मौके पर देहाती मर्ग इंटिमेशन चाक व देहाती नालसी तैयार कर अपराध क्रमांक 77/22 धारा 302,201 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की गंभीरता को ध्यान में रखते हुये संदेही शंकर गोंड़ को उसके घर में रहने की सूचना प्राप्त होने पर बम्हनीडीह पुलिस द्वारा रेड कार्यवाही किया गया जहॉ आरोपी को पुलिस हिरासत में लेकर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपना जुर्म स्वीकार करते हुये ईंट के टूकड़ा से मारने पर गिर जाने से गला दबाकर हत्या करना स्वीकार किया गया। आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त ईंट के टुकड़े को बरामद किया गया। आरोपी शंकर गोंड उम्र 40 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 12 फोकटपारा बम्हनीडीह को दिनांक 21.10.22 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया।
आरोपी को त्वरित गिरफ्तार कर हत्या के प्रकरण का खुलासा करने में निरीक्षक सुनिता नाग बंजारे, सउनि संतोष बंजारे, नरेन्द्र शुक्ला, प्र.आर. रोहित नेताम, यशवंत वर्मा, आर. लक्ष्मीनारायण कश्यप, दिनेश महंत, इंद्रजीत सिंह कंवर, अमीर सिंह पैकरा, सुरेन्द्र मार्को, पुनेश्वर आजाद एवं महिला आरक्षक रूबी आस्मीन का विशेष योगदान रहा ।