चक्रवाती तूफान महा का खतरा जहां कम होता दिख रहा है वहीं चक्रवाती तूफान बुलबुल के बंगाल की खाड़ी में तेज होने के पूरे आसार हैं. अगले 24 घंटों में बुलबुल का असर देखेने को मिल सकता है. भारतीय मौसम विभाग ने ऐसी आशंका जताई है.
बुलबुल तूफान उत्तर की ओर 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है. बुलबुल पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश की ओर आगे बढ़ सकता है. अगले 24 घंटों में अंडमान में तेज बारिश की दस्तक हो सकती है. बंगाल की खाड़ी में नया चक्रवाती तूफान बुलबुल बन रहा है. यह इस साल का 7वां चक्रवाती तूफान होगा. यह तूफान अभी और तेज होगा. 10 नवंबर तक अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान बन जाएगा.
मौसम विभाग चक्रवाती तूफान ‘महा’ को अत्यधिक गंभीर तूफान की श्रेणी में रख रहा है. यह तूफान लगातार 21 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है. अभी यह गुजरात के पोरबंदर से 480 किलोमीटर दूर है. वहीं, गुजरात के वेरावल और दीव से 570 किलोमीटर दूर है. अगले 24 घंटों में यह तूफान गुजरात के तटीय इलाकों और दीव तक पहुंच जाएगा.
आशंका है कि इस दौरान तूफान की गति 80 किलोमीटर प्रति घंटे होगी और हवाएं 90 किलोमीटर की गति से हवाएं चलेंगी. 6 से 8 नवंबर तक अरब सागर में तेज लहरें उठने की संभावना है. गुजरात और महाराष्ट्र के मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है. हालांकि, मौसम विभाग ने यह भी उम्मीद जताई है कि 8 नवंबर तक यह तूफान धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाएगा.
क्या होगी तूफान की गति
8 नवंबरः 110 से 130 किमी/घंटा
9 नवंबरः 125 से 140 किमी/घंटा
10 नवंबरः 130 से 140 किमी/घंटा
फानी की मार झेले थे लोग
ओडिशा में इस समय ‘बुलबुल’ का खौफ लोगों के बीच दिख रहा है. क्योंकि अभी कुछ महीने पहले ही ओडिशा ने तूफान फानी को झेला था. यह तूफान ओडिशा या पश्चिम बंगाल में किस स्थल से टकराएगा, फिलहाल यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है. फिर भी सतर्कता के तौर पर संभावित तूफान को देखते हुए ओडिशा में तमाम बंदरगाहों पर एक नंबर खतरे का निशान जारी कर दिया गया है. वहीं, गुजरात में जून महीनें चक्रवाती तूफान वायु आया था.(aajtak)