बेरहमी से हत्या के बाद सीधे किया था दफन, 9 महीने बाद निकाला गया कब्र से

आगरा में गांव चौमहा निवासी रफीक पेंटर की मौत सच जानने के लिए अब उसका शव 9 महीने बाद कब्र से निकाला गया है. रफीक की अक्टूबर 2021 में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. उस वक्त स्थानीय लोगों के कहने पर उसकी पत्नी शाबना ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी. लेकिन बाद में शाबना ने अपहरण और हत्या का मामला दर्ज करा दिया. अब इस मामले की हकीकत जानने के लिए मंगलवार को मृतक का शव कब्र से निकाला गया.

हैरान करने वाला ये पूरा मामला सिकंदरा थाने के चौमा गांव का है. शव को कब्र से निकालकर उसका पोस्टमार्टम कराने के लिए जिलाधिकारी के यहां प्रार्थना पत्र दिया गया था. जिलाधिकारी प्रभु एन. सिंह ने पोस्टमार्टम कराने के लिए थाना सिकंदरा पुलिस को निर्देशित किया है. बताया जाता है कि रफीक की मौत के बाद शव को सीधे दफना दिया गया था, जबकि उस वक्त ही पोस्टमार्टम कराया जाना चाहिए था.

See also  महाराष्ट्र की सियासत गरमाई, अमित ठाकरे और आशीष सेलार की मुलाकात ने बढ़ाई अटकलें

इस मामले में प्रशासन ने अभियोजन से कानूनी सलाह मांगी. इसके बाद तय प्रक्रिया के तहत प्रशासन ने शव को निकालने की मंजूरी दी है. इस मामले में शिकायतकर्ता मृतक की पत्नी का कहना है कि मामूली सी कहासूनी के बाद कुछ लोगों ने उसके पति की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. शव निकाले जाने की कार्रवाई के दौरान मृतक के परिजन मौके पर मौजूद रहे. इस दौरान बड़ी संख्या आसपास के लोग भी कार्रवाई को देखने पहुंच गये थे. आरोप है कि रफीक का मोहल्ले के ही कुछ लड़कों से झगड़ा हो गया था, जिसके बाद उसे मौत के घाट उतार दिया गया.