नई दिल्ली: भारत के चंद्रयान-2 मिशन (Chandrayaan-2) के तहत चांद पर लैंड होने से पहले विक्रम लैंडर का संपर्क वैज्ञानिकों से टूट गया. इसके बावजूद भारत ने चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास तक उसे पहुंचाकर इतिहास रच दिया है. इस पूरे मिशन को लेकर देशभर के लोग इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला अफजाई कर रहे हैं. इसी कड़ी में बसपा मुखिया मायावती (Mayawati) ने भी चन्द्रयान-2 मिशन के लिए इसरो वैज्ञानिकों की सराहना की है.
मायावती ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट किया और कहा, ‘चांद पर कदम रखने के लिए चन्द्रयान-2 मिशन ने समस्त भारतीय जनमानस को रोमांचित किया है. इस सम्बंध में भारतीय वैज्ञानिकों खासकर ‘इसरो’ के वैज्ञानिकों ने अबतक जो भी सफलता प्राप्त की है वह गर्व करने लायक है व उसकी सराहना की जानी चाहिए.’
वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, ‘साथ ही, आगे बढ़ते रहने के लिए यह जरूरी है कि निराशा, हताशा और दुःखी कतई न हों और यह भी याद रहे कि ‘गिरते हैं शहसवार मैदान-ए-जंग में, वह तिफ्ल (बच्चा) क्या गिरे जो घुटनों के बल चले’. वैज्ञनिकों को देशहित में काम करते रहने के लिए उनके हौंसले बढ़ाते रहने की जरूरत है.
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों का मनोबल बढ़ाया. उन्होंने कहा, ‘मेरा आप पर विश्वास है. मुझसे भी आपके संकल्प बहुत गहरे हैं. आप अपने आप में प्रेरणा का समु्द्र हैं.’