Johar36garh(Web Desk)| रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ के पखनकोट आदिवासी बालक आश्रम छात्रवास में मारपीट से गम्भीर घायल होने से 14 वर्ष के छात्र की मौत का मामला अब गरमाने लगा है। इस मामले को लेकर आज कलेक्टर और एसपी से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की गई।छात्रावास में मारपीट किये जाने के बाद इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई थी।
मृतक छत्र गोविंद कुर्रे और उसका भाई दोनो आदिवासी बालक आश्रम छात्रावास में रहकर पढ़ाई करते थे। मृतक के साथ छात्रावास के ही कुछ छात्रों द्वारा आये दिन मारपीट किया जाता रहा है। समय समय पर दोनो भाइयों द्वारा परिजनों और छात्रावास अधीक्षक को मारपीट करने की शिकायत की गई थी और मारपीट करने वाले छात्रों को समझाइश देने का भी निवेदन किया गया था लेकिन छात्रावास अधीक्षक द्वारा इसे कभी गम्भीरता से नही लिया गया।छात्र से मारपीट के मामले में हॉस्टल अधीक्षक द्वारा कोई एक्शन न लेने से छात्रों के हौसले और बुलंद हो गए और मृतक 14 वर्षीय छात्र गोविंदा कुर्रे की छात्रावास के ही कुछ बिगड़ैल छात्रों के द्वारा फिर से जानलेवा मारपीट की गई। मारपीट के दौरान मृतक का छोटा भाई भी उसी समय वही था जो डर कर पलंग के नीचे छुप गया था मारपीट से गम्भीर घायल होने में बाद दोनों भाई घर पहुंचे जिन्हें परिजनों द्वारा गम्भीर स्थिति में एम्बुलेंस से नजदीक के अस्पताल पत्थलगांव ले जाया गया जहाँ डॉक्टरो द्वारा छात्र की स्थिति को देखते हुए और पूरे शरीर मे चोट के गम्भीर निशान को देख तत्काल एडमिट कर इलाज शुरू किया गया लेकिन देर रात उसकी मृत्यु हो गई।
घटना के बाद परिजनों द्वारा कापू थाने में भी शिकायत दर्ज कराई लेकिन सभी मारपीट की घटना से इनकार करते हुए सामान्य मौत का दावा करने लगे किसी को भी मृतक छात्र के शरीर मे गम्भीर चोट दिखाई नही दिया। ऐसे में परिजनों और छात्रावास के कुछ छात्रों और समाज के लोगो के द्वारा कलेक्टर और एसपी से मुलाकात करने पहुंचे।
बताया जा रहा है उपद्रवी और बिगड़ैल छात्रों को बचाने के लिए न सिर्फ पुलिस बल्कि तमाम छात्रवास महकमा भी लग गया है। पहले की गई शिकायत पर यदि हॉस्टल अधीक्षक द्वारा गम्भीरता दिखाई गई होती और मारपीट करने वाले छात्रों को पनिशमेंट दिया गया होता तो आज एक मासूम छात्र की मौत नही हुई होती।
14 वर्षीय मृतक का छोटा भाई मारपीट की घटना का चश्मदीद है जिसकी बातों पर कोई ध्यान न देना भी कई संदेहों को जन्म दे रहा हैं।मृतक आदिवासी छात्र को न्याय दिलाने बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ताओं और परिजनों के साथ हॉस्टल के उसके कुछ साथी भी आज जिला मुख्यालय पहुंचे। जहां कलेक्टर की अनुपस्थिति कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर इस मामले में कार्रवाई की मांग की गई साथ ही जिला पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात कर ज्ञापन सौंप कर मामले में कार्रवाई की मांग की गई। (ए)