Saturday, December 7, 2024
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छत्तीसगढ़ की छात्रा से रांची में 23 लाख की ठगी, रिम्स में एडमिशन दिलाने का दिया था झांसा

छत्तीसगढ़ की छात्रा से रांची में 23 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. रिम्स के एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन कराने के नाम पर यह ठगी हुई है. आरोपियों ने पीड़ित शैलेंद्र सिंह और उनकी बेटी को रिम्स में एडमिशन कराने का भरोसा दिया और 23 लाख रुपये की डिमांड की, पैसे मिलने के बाद सभी आरोपी फरार हो गए
पीड़ित शैलेंद्र सिंह ने रांची के चुटिया थाने में आरोपी राजवीर सिंह, परिवेश बैठा और एक अज्ञात शख्स के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. ठगी के शिकार शिक्षक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि मैसेज के जरिए उनका संपर्क परिवेश बैठा नामक एक शख्स से हुआ, उसने बताया कि वह रांची के रिम्स में एडमिशन करवा सकता है. शैलेंद्र सिंह को अपनी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में करवाना था. परिवेश बैठा ने शैलेंद्र सिंह को यह भरोसा दिलाया कि रिम्स में उनकी बेटी का एडमिशन आसानी से हो जाएगा. एडमिशन में कुल 23 लाख रुपए लगेंगे. जब एडमिशन के सिलसिले में शैलेंद्र सिंह रांची पहुंचे तो परिवेश ने राजवीर सिंह नामक एक व्यक्ति से उन्हें मिलवाया और कहा कि यही रिम्स के कर्ता-धर्ता हैं और इन्हीं के माध्यम से उनकी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में होगा. परिवेश और राजवीर ने शैलेंद्र सिंह को रिम्स कैंपस ले जाकर कई लोगों से मिलवाया और यह भरोसा दिलाया कि वो लोग बेहद प्रभावशाली हैं और रिम्स में एडमिशन आसानी से करा सकते हैं.
4 अक्टूबर को शैलेंद्र सिंह रांची पहुंचे. जहां उनकी मुलाकात आरोपी राजवीर सिंह से बरियातू स्थित एक होटल में हुई. इस बीच 15 लाख रुपए उन्होंने राजवीर सिंह को दिए. आरोपी ने शैलेंद्र सिंह को कहा कि उनके पास एक वेलकम लेटर पहुंचेगा. इसके बाद उन्हें बाकी के 8 लाख रुपए देने होंगे. 10 अक्टूबर को शैलेंद्र सिंह के पास एक फर्जी वेलकम लेटर पहुंचा. जिसके बाद वो फिर दोबारा 12 अक्टूबर को रांची पहुंचे. जहां आरोपी राजवीर सिंह ने उन्हें बाकी के 8 लाख मांगे और कहा कि जब तक पूरे पैसे नहीं मिलेंगे, तब तक एडमिशन नहीं होगा. एडमिशन न होने के डर से शैलेंद्र ने उसे पैसे दे दिए. जिसके बाद आरोपी ने शैलेंद्र को एडमिशन से संबंधित फर्जी लेटर दे दिया.

रिम्स पहुंचे तो पता चला सब दस्तावेज फर्जी

शैलेंद्र सिंह जब रिम्स में एडमिशन के लिए पहुंचे तब डायरेक्टर से मिलने पर पता चला कि आरोपियों ने जो भी दस्तावेज दिए हैं, सब फर्जी हैं. जिसके बाद शैलेंद्र सिंह ने राजवीर और परिवेश के नंबर पर कई बार फोन किया लेकिन दोनों ही नंबर बंद मिले. रिम्स परिसर में उन दोनों के बारे में पूछने पर कोई जानकारी भी नहीं मिली. तब शैलेंद्र चुटिया थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया.

आरोपियों की तलाश जारी

चुटिया थाना प्रभारी ने बताया कि एडमिशन के नाम पर ठगी के पैसों का लेनदेन चुटिया थाना क्षेत्र में हुआ है. इसलिए यहां मामला दर्ज किया गया. फिलहाल पुलिस होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है

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