सरकारी नौकरी मिलने के बाद छग की एक महिला ने अपने पति और दो साल के मासूम बच्चे को ससुराल में छोड़कर मायके चले गई। अब बेचारा पति न्याय की गुहार लगाकर इधर-उधर भटक रहा है। पत्नी जिस विभाग में कर्मचारी है, उस विभाग में भी पीड़ित पति ने इसकी शिकायत दर्ज कराई है। पति की शिकायत है कि पत्नी ने शपथ पत्र में झूठ बोलकर अनुकंपा नियुक्ति पाई है।
दरअसल ये पूरा मामला, लखनपुर विकासखंड के ग्राम तराजू का है। यहां रहने वाले दीपक राजवाड़े की शादी सुलोचनी राजवाड़े से हुई थी। सुलोचनी की मां समुद्री बाई जल संसाधन विभाग में चतुर्थ श्रेणी की कर्मचारी थी। मां की मृत्यु होने के बाद शादीशुदा सुलोचनी ने खुद को अविवाहित बताकर अनुकंपा नियुक्ति ले ली। वही दीपक कई बार अपनी पत्नी को लाने के लिए गया, लेकिन सुलोचनी ने उसके साथ आने से इनकार कर दिया। जिसके बाद कई बार सामाजिक बैठक भी की गई।
लेकिन सुलोचना नहीं मानी और अपने पति व बेटे को छोड़कर मायके में ही रहने लगी। compassionate appointment पत्नी के जाने के बाद से ही पिता अपने बच्चे का भरन पोसन कर रहा है। जिससे उसे काफी परेशानी हो रही है। वो अपने बच्चे को छोड़कर काम पर भी नहीं जा पा रहा है। पीड़ित पति की आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो गई है। पीड़ित ने पत्नी के विभाग में भी इसकी शिकायत दर्ज कराई है। फिलहाल पीड़ित इंसाफ की गुहार लेकर इधर उधर भटक रहा है।