छत्तीसगढ़ में गरजे चन्द्रशेखर आज़ाद, किनको बचाने के लिए फाइलों में आग लगाई गई, ये राजनीतिक षड्यंत्र हैं, सब दिख रहा है

दिल्ली के संसद से सीधे छत्तीसगढ़ पहुंचे सांसद चंद्रशेखर आजाद ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर सीधा निशाना साधा| उन्होंने साफ कहा कि छत्तीसगढ़ में जो सतनामी समाज के साथ हो रहा है वह एक राजनीतिक षड्यंत्र है| यह  स्पष्ट दिख रहा है बलौदा बाजार हिंसा में जो फाइल्स जली है, वह किसको बचाने के लिए चलाई गई है यह सब दिख रहा है| जांच टीम की कार्रवाई अभी पूरी नहीं हुई है और सतनामी समाज के युवाओं को पुलिस पकड़ रही है। उनके साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है यह किसी प्रकार से सही नहीं है अगर छत्तीसगढ़ में सही न्याय  नहीं मिला तो दिल्ली तक प्रदर्शन करेंगे।

दिल्ली में संसद सत्र खत्म होने के बाद सीधे छत्तीसगढ़ पहुंचे नवनिर्वाचित सांसद चंद्रशेखर आजाद ने शासन और प्रशासन पर जमकर हमला किया। उन्होंने बलौदा बाजार हिंसा को लेकर शासन और प्रशासन पर कई प्रकार के सवाल दागे| उन्होंने कहा की ऐसा क्या हुआ था  कि एसपी दफ्तर में आग लगी और फाइलें आबकारी विभाग की जली। बाहर आग नहीं लगी और अंदर फाइल जल गई कहीं ऐसा तो नहीं की दफ्तर में कोई बैठ कर आग लग रहा हो। कहीं ऐसा तो नहीं की किसी अपने माफिया को बचाने के लिए या फिर किसी को जेल जाने से बचने के लिए इस प्रकार की षड्यंत्र रचा हो।
सांसद ने कहा की प्रदर्शन के दौरान शासन-प्रशासन का पूरा तंत्र कहां था। आज यहां चप्पे-चप्पे पर फोर्स लगाई गई है कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता तो फिर उसे दिन क्या हुआ था उसे दिन भी प्रशासन को फोर्स लगानी थी अगर लगाई होती तो या घटना नहीं घटी होती। सांसद ने कहा कि सत्ता और विपक्ष की मिलीभगत में मेरे लोग इस घटना में पीस गए| गुरु घासीदास जी के सम्मान में लड़ रहे लोग पीस गए।

चंद्रशेखर आजाद ने पुलिस प्रशासन से हाथ जोड़कर कहा कि इस जुल्म को बंद करें और जिन निर्दोष भाइयों को अपने बंद किया है उसे बिना किसी शर्त के छोड़ दें | इसी में सब की भलाई है अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर से आंदोलन होगा। अगर आंदोलन छत्तीसगढ़ में होगा तो चंद्रशेखर आजाद खुद और भीम आर्मी व आज़ाद पार्टी के कार्यकर्ता गांव गांव में घूम कर प्रचार करेगा और भीड़ इकट्ठी करेगा । उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अपनी आवाज उठाने से हमें कोई नहीं रोक सकता।

 

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