संस्कृत शोध संस्थान द्वारा अजीत डोभाल जी के आतिथ्य में सम्मानित गीता शर्मा संस्कृत शोध संस्थान (अध्यक्ष dr शिव वरण शुक्लजी) रायबरेली उत्तर प्रदेश के तीसवें स्थापना दिवस अवसर पर भारत स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव पर विश्व शान्ति विषय में भारत की भूमिका विषय पर एक अति उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन नई-दिल्ली के हिंदी भवन में किया गया।
इस उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य अतिथि भारत के प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कीर्ति चक्र से सम्मानित माननीय dr अजीत डोवाल जी के साथ विभिन्न विश्व विध्यालयों के कुलपति सम्मिलित हुवे।संस्कृत शोध संस्थान के अध्यक्ष dr शिववरण शुक्ल जी ने बताया के वे अपने गाँव रायबरेली में dr अजीत डोवाल जी के जन्मदिवस के अवसर पर प्रतिवर्ष कवि सम्मलेन का भव्य आयोजन करते हैं। जिसमें अनेक कवी dr अजीत डोवाल जी पर काव्य पाठ करते हैं।साथ ही श्री शंकर भगवान जी की विशेष पूजा-अर्चना हवन इत्यादि किया जाता है
छत्तीसगढ़ रायपुर निवासी गीता शर्मा द्वारा छत्तीसगढ़ में उनके द्वारा लिखा गया शिवमहापुराण जिसमे 24000श्लोक का गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है और छत्तीसगढ़ के पहली ग्रंथ है जिसने विश्व रिकॉर्ड बनाकर विश्व में अपना स्थान लिया है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ उपनिषद और पंचतंत्र की प्रति भी गीता शर्मा ने भेंट किया।राजभाषा आयोग से प्रकाशित तीनो ग्रंथ अजीत डोभाल जी को भेंट करते बेहद आनंद का एहसास हुआ। इसके पहले दोनो कृति महामहिम राष्ट्रपति जी को गीता ने भेंट किया है।छत्तीसगढ़ के प्रति भाषा के प्रति अपने दायित्व का पालन उनके द्वारा किया जा रहा है
Dr अजीत डोवाल जी ने अपने उदबोधन में कहा की विश्व शान्ति के लिए अपने भारत देश का शक्तिसम्पन्न होना बहुत जरूरी है और भारत इस दिशा में कदम बढ़ा रहा है। जल्द ही अपना भारत देश पुनः विश्व गुरु बनेगा। कार्यक्रम के अन्त में रायपुर से दिल्ली गये गीता शर्मा को मोमेंटो व सर्टिफ़िकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया।गीता शर्मा गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड होल्डर