इंदौर
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज वायुयान द्वारा इंदौर पहुंचे। वे यहां देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के सभागृह में आयोजित गुरु पूर्णिमा के कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। इसके पश्चात उनका आज ही वायुयान द्वारा भोपाल के लिए प्रस्थान करने का कार्यक्रम है। इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर समस्त देश व प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी। इंदौर में विवि के कार्यक्रम में गुरुजनों के सम्मान के लिए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव मंच छोड़कर नीचे उतरे। पुष्प वर्षा कर किया सेवानिवृत्त प्रोफेसरों और गुरुजनों का अभिनंदन।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने शिक्षकों के सम्मान में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का नाम कुलगुरू करने का ऐतिहासिक निर्णय भी लिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया।
मुूख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां कुलगुरु परंपरा सदियों से चली आ रही है और अपनी इन्हीं संस्कृति, शिक्षा व जीवन शैली के आधार पर भारत दुनिया का सदैव नेतृत्व करता रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति गौरवशाली है। कुलपति को कुलगुरु करने की नींव इंदौर में ही पड़ी है। कार्यक्रम को विवि की कुलपति डॉ रेणु जैन ने भी संबोधित किया।
समारोह में पूर्व प्राध्यापक और विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। जीवाजी विवि के पूर्व कुलगुरु प्रो पीवी सक्सेना के साथ ही प्रो आशुतोष मिश्रा, प्रो अशोक शर्मा, प्रो पीएन मिश्रा, प्रो दीपक भटनागर, प्रो केएन गुरुप्रसाद और प्रो मंंदिरा बनर्जी को भी समारोह में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिधिगण उपस्थित रहे।