भोपालः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने आज भोपाल में मेट्रो परियोजना का शिलान्यास किया. इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा, नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्द्धन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, महापौर आलोक शर्मा और भोपाल के विधायक आरिफ मसूद भी मौजूद रहे. हालांकि मेट्रो के पटरी पर दौड़ने में अभी तीन साल से ज्यादा का समय है, लेकिन भोपाल के लोगों ने इस परियोजना को लेकर खुशी जताई है. बता दें मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में 27 किलोमीटर में दो कॉरीडोर बनाए जाएंगे. एक कॉरिडोर करोंद सर्कल से लेकर एम्स तक और दूसरा भदभदा चौराहे से रत्नागिरी चौराहे तक होगा.
इस दौरान अपने भाषण में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि, ‘आज मध्य प्रदेश में इतिहास बनने जा रहा है. इस अवसर पर मैं आज आप सबको एक कहानी बताना चाहता हूं. कभी भोपाल का लेक काफी गंदा हुआ करता था, न सड़कें थी और न ही सफाई. उस वक्त में पर्यावरण मंत्री था. मैंने भोपाल के विकास के लिए बहुत पैसे दिए हैं. आज मुझे वो समय याद आता है. मुझे मेरी जवानी का वक्त याद आता है.’
सीएम कमलनाथ ने महापौर आलोक शर्मा से कहा कि, ‘मैं आज आपको मेट्रो का इतिहास बताना चाहता हुं. मैं जयपुर गया था वहां मैंने देखा थी मेट्रो. तब सोचा था कि मेट्रो भोपाल में और इंदौर में क्यों नहीं चल सकती. मैंन बाबूलाल गौर को फोन किया था उन्होंने कहा था हमारे पास पैसा नहीं है. तब मैंने कहा था पैसे ले जाइये.’
सीएम कमल नाथ ने महापौर आलोक शर्मा से कहा कि, ‘आप महापौर हैं, आपका बहुत वजन है. दिल्ली से केंद्र से पैसे दिलाइये. आज भोपाल को फैलाने की चुनौती है. भोपाल इंदौर को फैलाना है. आज भोपाल नहीं मध्य प्रदेश का इतिहास बनने जा रहा है. भोपाल आते थे तो दुख के साथ देखते थे. उस समय मैं केंद्र में पर्यावरण मंत्री था. मैंने भोपाल को सुधारने, लेक की सफाई के लिए पैसा दिया. इसके एक साल बाद दिग्विजयसिंह मुख्यमंत्री बने तो उनकी भी इसमें दिलचस्पी थी. आलोक जी आप केंद्र से जितना पैसा ला सकते हैं लाइए, हो सकता है 4 की जगह 3 साल में ही मेट्रो बनकर तैयार हो जाए.’